प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार/Etv News 24
समस्तीपुर की एक गर्भवती महिला अपने अधिकारों के लिए दर-दर भटक रही है। शादी के कुछ ही महीनों बाद उसे उसके ससुराल से निकाला गया, और अब वह लगातार पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रही है। मामला न केवल घरेलू हिंसा और दहेज उत्पीड़न से जुड़ा है, बल्कि इसमें जातीय भेदभाव की भी गंभीर झलक दिखाई देती है।मुजफ्फरपुर की रहने वाली रंगीला कुमारी पढ़ाई के सिलसिले में समस्तीपुर आई थी और अपनी मौसी के घर रह रही थी। यहीं कोचिंग क्लास के दौरान उसकी मुलाकात आनंद कुमार से हुई। दोनों के बीच नज़दीकियां बढ़ीं और 13 अक्टूबर 2024 को उन्होंने मुक्तेश्वरनाथ मंदिर में शादी रचा ली। शादी के बाद दोनों हरियाणा चले गए, जहां आनंद मजदूरी करने लगा।करीब छह महीने साथ रहने के बाद दोनों वापस लौटे। परिवार वालों के दबाव में आकर उन्होंने कोर्ट में दोबारा शादी की। शुरुआत में सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन शादी के महज 14 दिनों बाद ससुराल में रंगीला के साथ जातीय आधार पर भेदभाव शुरू हो गया। आरोप है कि ससुराल वालों ने ₹5 लाख दहेज की मांग की और मना करने पर मारपीट की।रंगीला उस समय तीन महीने की गर्भवती थी जब 7 फरवरी 2025 को उसे घर से निकाल दिया गया। तब से वह अपने अधिकार और सुरक्षा के लिए थानों के चक्कर काट रही है। खानपुर थाना, पुलिस अधीक्षक कार्यालय और कल्याणपुर के एसडीपीओ तक उसने आवेदन दिया, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है।थाना अध्यक्ष मनोज कुमार का कहना है कि यह प्रेम विवाह का मामला है और पारिवारिक विवाद के कारण महिला को निकाला गया है। उन्होंने जांच जारी होने की बात कही है और जल्द ही एफआईआर दर्ज कर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।