करगहर/रोहतास/बिहार:-राशि निकासी के बावजूद स्कूल में शौचालय व भवन नहीं बनाने वाले करगहर प्रखंड के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय उग्रसेनपुर के प्रभारी प्रधानाध्यापक गोपाल तिवारी पर गबन की प्राथमिकी दर्ज करने के साथ-साथ राशि वसूली के लिए सर्टिफिकेट केस दाखिल होगा। इसे ले डीईओ ने करगहर बीईओ को पत्र भेज कार्रवाई प्रतिवेदन की मांग की है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने यह पत्र डीएम पंकज दीक्षित के निर्देश के बाद अपने मातहत अधिकारी को भेजा है।
बीईओ को भेजे पत्र में डीईओ प्रेमचंद्र ने कहा है कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय उग्रसेनपुर में विद्यालय व शौचालय निर्माण के लिए लगभग 11.60 लाख रुपये स्वीकृत करते हुए राशि मुहैया कराई गई थी। जिसमें तकरीबन 5.83 लाख रुपये का कार्य किया कराया गया है। शेष राशि का कुछ भी पता नहीं है। इसे ले 30 नवंबर 2015, सात अक्टूबर 2016 व 26 जुलाई 2017 को पत्र भेज संबंधित प्रधानाध्यापक के विरूद्ध राशि गबन की प्राथमिकी व राशि वसूली करने का निर्देश दिया गया था। लेकिन आज तक विभागीय पत्र के आलोक में दोषी प्रभारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो कार्य के प्रति शिथिलता व लापरवाही का परिचायक है। इसलिए विहित प्रपत्र में अंकित राशि खर्च व शेष राशि की गणना कर राशि गबन की प्राथमिकी के साथ वसूली व सर्टिफिकेट केस दायर करते हुए प्रतिवेदन शीघ्र उपलब्ध कराएं। निर्देश पर अमल नहीं करने की स्थिति में अधिकारी पर नियमसंगत कार्रवाई की जाएगी।