मछरेहटा – सीतापुर ।राजीव गांधी महिला विकास परियोजना के अन्तर्गत गांवो मे विभिन्न महिला समूहों का गठन किया गया है जिसके माध्यम से उनको आत्मनिर्भरता के अनेक कार्यक्रम आयोजित कर प्रशिक्षित किया जा रहा है । छोटे मोटे कार्यों मे प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद ये महिला समूह जनजागरण के द्वारा सशक्तीकरण की दिशा मे आगे बढ़ रही है । इसी क्रम मे मछरेहटा विकास खंड के ग्राम पंचायत बिलंदापुर के गांव रौनाम्ऊ मे परियोजना द्वारा गठित पार्वती और श्याम समूह की महिलाओ ने आत्मनिर्भरता की दिशा मे एक कदम आगे बढ़ते हुए जैविक खाद का निर्माण किया है । इस सम्बन्ध मे परियोजना की फील्ड आफिसर शशि लता ने बताया कि फसल उत्पादन के लिए यद्यपि किसान अनेक प्रकार के अच्छे बीजों का चयन करता है । फसलो के संरक्षण अच्छी उत्पादकता के लिए विभिन्न प्रकार की रासायनिक खाद और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करता है जिससे उत्पादन तो अच्छा होता है लेकिन इन रासायनिक खादों और कीटनाशक दवाइयों का प्रभाव भी अत्यंत घातक होता है जो मानव शरीर पर कहीं न कहीं विपरीत असर डालता है । इसके अलावा अधिक मात्रा मे रासायनिक खाद का लगातार उपयोग करने से धरती की उर्वरा शक्ति भी प्रभावित होती है । गांव की महिलाओ ने कंपोस्ट बनाकर जैविक खाद बनाना सीखा और धीरे-धीरे उसके प्रयोग तथा होने वाले लाभ के विषय मे लोगो को जागरूक भी किया ।