प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
भारत में अनंत चतुर्दशी का पर्व हर बार गणेशोत्सव विसर्जन के दिन मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्री विष्णु की विशेष पूजा करने के बाद हाथों में अनंत बांधा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह पर्व हर साल भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाई जाती है। ऐसी मान्यता है कि इस पर्व की शुरुआत महाभारत काल से ही हुई थी। यदि आप भी इस व्रत को करते है, तो यहां आप अनंत चतुर्दशी का डेट, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त जान सकते हैं।
अनंत चतुर्दशी 2022 का डेट
हिंदू पंचांग के अनुसार अनंत चतुर्दशी का पर्व हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस बार अनंत चतुर्दशी का व्रत 9 सितंबर दिन शुक्रवार को रखा जाएगा।
अनंत चतुर्दशी की पूजा विधि
यदि आपअनंत चतुर्दशी का व्रत रखते है, तो उस दिन प्रात काल नित्य क्रिया से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र धारण कर लें। अब पूजा स्थल पर एक कलश स्थापित करें। कलश पर भगवान विष्णु की तस्वीर लगाएं। अब एक धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंग कर अनंत सूत्र बनाएं। अनंत में 14 गाठे जरूर बनाएं। अब उसे भगवान विष्णु की तस्वीर पर रख दें। अब भगवान विष्णु और अनंत सूत्र की पूजा करें। पूजा करते समय ‘अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव। अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते’ मंत्र का जाप करें। पूजा करने के बाद आनंद को हाथ में बांध लें। ऐसा कहा जाता है, कि इस दिन अनंत को बांधने से भगवान विष्णु व्यक्ति की सभी कष्टों को हर लेते है।
अनंत चतुर्दशी का शुभ मुहूर्त
वैदिक पंचांग के अनुसार अनंत चतुर्दशी की तिथि इस बार 8 सितंबर को सुबह 09 बजकर 02 से प्रारंभ होकर 9 सितंबर 2022 शाम 06 बजकर 07 तक रहेगा। शुभ मुहूर्त की बात की जाए, तो यह 9 सितंबर 2022 को सुबह 06 बजकर 24 मिनट से शाम 06 बजकर 08 तक रहेगा। इस मुहूर्त में आप पूजा कर सकते है। आपको बता दें इस साल अनंत चतुर्दशी के दिन रवि योग और सुकर्मा योग भी बन रहे हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार इस दिन रवि योग सुबह 06 बजकर 02 मिनट से शुरू होकर 11 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। तो वही सुकर्मा योग सुबह से प्रारंभ होकर शाम 06 बजकर 11 मिनट तक रहेगा।