डैशबोर्ड इंट्री में प्रथम स्थान पर जगह बनाए हुए है तिलौथू
संदीप भेलारी
रोहतास “नवजात शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद से छः माह की आयु तक सिर्फ स्तनपान और दूध पिलाने के लिए बोतल का प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि बोतल से दूध पिलाना अत्यधिक नुकसानदायक साबित होता है और लीवर इंफेक्शन का खतरा बन जाता है”| उक्त बातें पोषण परामर्श केंद्र पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के निरीक्षण, आगमन पर चर्चा के दौरान सेविकाओं को संबोधित करते हुए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अंजू कुमारी ने कही। सीडीपीओ ने बाल्यावस्था को जीवन का स्वर्ण काल बताते हुए टीकाकरण को स्वर्ण काल का सुहागा बताया। यह कार्यक्रम मिनिस्ट्री ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट द्वारा विगत 16 मार्च से जारी है। पोषण पखवाड़ा अभियान के दौरान पोषण जागरूकता अभियान कार्यक्रम के साथ साथ परियोजना कार्यालय में पोषण परामर्श केंद्र संचालित कर गर्भवती, धातृ महिलाओं सहित कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषण जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है । जिसमें हरी साग सब्जियां, फल, दूध, अंडा के अलावा मौसमी फल खाने के साथ साथ नाखून, बाल सहित बर्तनों की साफ सफाई और स्वच्छ पेयजल का इस्तेमाल करने की सलाह पोषण परामर्श केंद्र पर दी जा रही है। यही सलाह सभी सेविका पोषक क्षेत्र के लाभुकों को गृह भेंट कर दे रही हैं । इस दौरान पोषण परामर्श केंद्र पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. दयानंद प्रसाद, पर्यवेक्षिका कंचन कुमारी और कामिनी कुमारी सहित प्रखंड समन्वयक गुड्डू कुमार, प्रखंड परियोजना सहायक प्रशांत कुमार, सेविका शादिदा खातून, खुशबू कुमारी, अनिता कुमारी, सोनम कुमारी उपस्थित थी
प्रदेश में रोहतास तो जिले में तिलौथू नंबर वन
पोषण पखवाड़ा में रोहतास जिला पिछले 3 सालों से लगातार प्रदेश में नंबर वन जिला बना हुआ है तो वहीं इस बार रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड को नंबर वन प्रखंड बनने का गौरव प्रदान हुआ है। बता दें कि पिछले दिनों विभागीय डैशबोर्ड द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार जिले का तिलौथू प्रखंड पोषण पखवाड़ा में नंबर वन बना हुआ है तो वहीं गुरुवार तक जारी आंकड़ों के अनुसार नौहट्टा प्रखंड जिले में दूसरे स्थान पर है
विभागीय कर्मियों की अहम भूमिका
मिनिस्ट्री ऑफ वूमेन एंड चाइल्ड डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित पोषण पखवाड़ा में रोहतास जिले के बेहतर प्रदर्शन पर डीपीओ सुनीता बताती हैं आईसीडीएस विभाग से जुडीं जो भी योजनाएं संचालित की जाती हैं उसमें हमारी कोशिश रहती है कि बेहतर से बेहतर परिणाम दें । इसी का नतीजा है कि हमारा जिला लगातार प्रथम स्थान पर बना हुआ है । डीपीओ ने कहा कि अभियान को सफल बनाने में विभाग की सीडीपीओ, पर्यवेक्षिकाएं, सेविका तथा सहायिका की भूमिका काफी सराहनीय रहती है। उन्होंने बताया कि सभी कर्मियों को अपना दायित्व बखूबी निभाने आता है और वे लोग जिले में अपना बेहतर परिणाम देने की कोशिश में लगी रहती हैं| इसी कारण हमारा जिला नंबर वन होता है