बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ धनरूआ प्रखंड अध्यक्ष सह अनुमंडल संयोजक गजेंद्र कुमार हिमांशु ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि हड़ताली शिक्षकों को शिक्षा विभाग द्वारा व्हाट्सएप पर योगदान करने का ऑफर दिया जाना सरकार के अन्दर व्याप्त शिक्षक आंदोलन का डर को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हड़ताल से भागना और व्हाट्सएप पर विद्यालय योगदान करना हड़ताली शिक्षकों के लिए आत्मघाती कदम होगा। ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार के शिक्षा और शिक्षक विरोधी नीति तथा तानाशाही ओवर दमनकारी रवैया के कारण राज्य भर के लाखों प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक शिक्षक एवं पुस्तकालय अध्यक्ष 17 फरवरी 2020 से अपनी मांगों की पूर्ति को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं। आज हड़ताल का 46 वां दिन है परंतु राज्य सरकार को सूबे के शिक्षा व शिक्षकों के प्रति गंभीर नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण रवैया है। आंदोलनकारी शिक्षक सरकार के किसी तुगलकी फरमान से डरने एवं डकोर संघ की ध्यान से भ्रमित होने वाले नहीं हैं। वेतन नहीं मिलने के आशंका में कहीं-कहीं 48 शिक्षक हड़ताल से भटक रहे हैं। चिंता न करें मांग भी पूरी होगी तथा हड़ताल अवधि का वेतन भी मिलेगा। राज्य सरकार को हर हाल में हड़ताली शिक्षकों से बातचीत करते हुए मांगों की पूर्ति कर हड़ताल को समाप्त करवाना पड़ेगा हड़ताली शिक्षक किसी लालच तथा भरम में न फंसे और हड़ताल जारी रखें।