डेहरी
कोरोना से बचाव के लिए जहां लोग अपने घरों में बैठे हैं। वहीं समाज के कुछ युवक गरीबों- भूखों को भोजन कराने में जुटे हैं। सरकार द्वारा घोषित लॉकडाउन से शहर थम गया है। बाजार व दुकानें बंद हैं। गरीबों के हाथों से रोजगार छिन लिया है। पेट भरने के लिए रोटी को तरस रहे हैं। इसी बीच कई सामाजिक संगठनों ने उनके पेट भरने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं। सामाजिक संगठन यूथ समाजसेवा के कार्यकर्ता तीन दिनों से सुबह-शाम शहर के मुहल्लों में जाकर रिक्शाचालकों, खोमचा लगाने वाले, ठेला चलाने वाले, दिहाडी मजदूरों व गरीबों के घर भोजन पहुंचा रहे हैं। युवक घर से मिलने वाले खर्च से पैसे बचा गरीबों को भोजन करा रहे हैं।
हेमंत सोनी, मनीष सिंह, सोनू सिंह, अनुराग कुमार, मनीष, अमरेंद्र कुमार, रॉकी चंद्रवंशी ने बताया कि मानवता सबसे बड़ा धर्म है। संकट की घड़ी में पड़ोस में लोग भूखे रहे ऐसा नहीं हो सकता। वहीं नगर विकास मंच सावित्रीबाई फुले एजुकेशनल सोसाइटी सहित कई अन्य संगठनों ने गरीब-भूखों को मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। सोसाइटी के सचिव प्रमोद कुमार पटेल ने बताया कि संस्था द्वारा गरीबों को भोजन दिया जा रहा है। सामाजिक संगठन नगर विकास मंच द्वारा गरीब लोगों के घर चूल्हा जलाने के लिए लकड़ी पहुंचाई जा रही है।