नौहट्टा/रोहतास
प्रखंड क्षेत्र के तिलोखर, चुटिया, टिपा आदि कई गांवों के मजदूर तमिलनाडू में फंस गए हैं। उनके पास ना रहने के लिए घर है, ना खाने के लिए भोजन।
बताया जाता है कि तिलोखर के धर्मेंद्र कुमार, प्रभाकर मौर्य, अमर कुमार, संजय राम आदि तमिलनाडू न्यू थर्मल पांवर प्लांट में काम करने गए थे। तीन माह तक काम भी किए। कंपनी हर रविवार को एक सप्ताह के भोजन के पैसा देती थी। लेकिन, लॉकडाउन होने से सभी गायब हो गए हैं। जिसके कारण काम तो बंद है ही, भोजन का पैसा भी नहीं मिल रहा है। कोई ट्रेन भी नहीं चल रही है कि भागकर कम से कम अपने घर पहुंचे। दूरी भी इतनी है कि पैदल भी नहीं जा सकते। फोन पर घरवालों को इसकी सूचना दी। घरवाले भी इस स्थिति में लाचार हैं। स्थानीय प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री व डीएम को मामले की सूचना दी है। मजदूरों को सुरक्षा-भोजन की व्यवस्था करने की मांग की है।