मसौढ़ी/बिहार
मसौढ़ी से नीरज कुमार की रिपोर्ट
धनरुआ के शिक्षकों ने अपनी मुख्य मांगे समान काम समान वेतन के समर्थन में थालीपीठ कर सरकार का विरोध जताया ज्ञातव्य है कि सूबे बिहार में नियोजित शिक्षकों के हड़ताल पर चले जाने से प्रारंभिक विद्यालय से लेकर उच्च विद्यालय में पठन-पाठन बाधित है वहीं विद्यालय में पढ़ने वाले लाखों लाख बच्चे आज गांव की गली और पगडंडियों पर खेल कूद रहे हैं सरकार को न बच्चों की चिंता है और ना शिक्षक जो हड़ताल पर हैं उनका प्रदेश के मुख्यमंत्री विधान परिषद में नियोजित शिक्षकों के बारे में जो वक्तव्य दिए हैं वह निंदनीय है सरकार को इस तरह सदन में शिक्षकों को जलील करना उचित नहीं है नियोजित शिक्षकों के विद्यालय में आने से बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है वही विद्यालय में बच्चों की संख्या भी बढ़ी है जिसका जिक्र मुख्यमंत्री अपने कई जनसभाओं में किए भी हैं सरकार को चाहिए कि जो हड़ताली शिक्षक है उन से वार्ता कर गतिरोध को दूर करें बिहार की जो शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने का काम करें हड़ताल के दौरान जिन जिन शिक्षकों पर एफ आई आर और जिन्हें बर्खास्तगी की गई है उसे वापस लेते हुए बिहार शिक्षक संघर्ष समिति के साथ वार्ता कर हड़ताल को समाप्त करना चाहिए धरना में अशोक कुमार राजकुमार प्रशांत कुमार सुदर्शन प्रसाद राकेश कुमार सुनील पंडित मधुबाला कुमारी राजेश कुमार ललन कुमार उदय कुमार