सासाराम
रोहतास जिला के बिक्रमगंज में अनाथों के नाथ “के नाम से मशहूर “द डिवाइन पब्लिक स्कूल”बिक्रमगंज के संचालक अखिलेश कुमार ने अनाथों के जीवन की दशा सुधारने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम रहते हुए गुरुवार को फिर दो अनाथ बालिकाओं को गोद लेकर इनके परवरिश का बोझ अपने कंधे पर लिया है। बताया जाता है कि ग्राम -राजौओंधा, पोस्ट -सिमरी थाना- दावथ, जिला -रोहतास निवासी स्वर्गीय देवमुनी सिंह एवं स्वर्गीया रिंकी देवी की दो पुत्रियों आशा एवं बेबी को उन्होंने गोद लिया है।बताते चलें कि यह दोनों दंपत्ति साल 2014 में पटना जिले के बिहटा में किराए के मकान में रहते थे, जहां खाना बनाने के क्रम में गैस लीकेज होने से आग लगी। जिसमें रिंकी देवी बुरी तरह से झुलस गई और उन्हें बचाने के क्रम में स्वर्गीय देव मुनि सिंह भी चपेट में आ गए थे। दोनों का पटना के पीएमसीएच में काफी दिनों तक इलाज चला लेकिन दोनों ने इस संसार को छोड़ दिया और अपने पीछे अपनी दो बेटियों 3 वर्षीय आशा एवं 2 वर्षीय बेबी को छोड़ गए।
ग्राम- बकरा निवासी सत्येंद्र कुमार सिंह जो कि इन दोनों बच्चियों के फूफा लगते हैं उन्होंने आशा एवं बेबी के चाचा छोटू कुमार को “द डिवाइन पब्लिक स्कूल “के संचालक अखिलेश कुमार के बारे में बताया और उन्हीं की सूचना पर छोटू कुमार दोनों बच्चियों को लेकर विद्यालय में आए जहां अखिलेश कुमार ने दोनों बच्चियों की निःशुल्क शिक्षा एवं परवरिश का भार वहन करने का प्रण लिया।अखिलेश कुमार ने अब तक 30 से ज्यादा वैसे बच्चे का पालनहार बन गए है। जिन्होंने बचपन में ही अपने माता-पिता को किसी कारण से खो दिया है। उन्हें गोद लेकर शिक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।जो रोहतास ही नही बल्कि पूरे शाहाबाद मे अपनी शिक्षा के माध्यम से सभी तरह के बच्चे बच्चियों को शिक्षित कर रहे हैं।