मिथिला के विकास के एजेंडा के साथ पटना-दिल्ली सरकारों का सौतेला व्यवहार-धीरेन्द्र
प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
*भाजपा-आरएसएस की उन्मादी राजनीति देश के लिये खतरनाक-माले*
*मज़दूर-किसानों के मुद्दे पर आंदोलन तेज होगा*
जेएनयू में फूड फासिज्म को लेकर एबीवीपी का हमला चिंताजनक है. देश के छात्र, नौजवान, बुद्धिजीवी इसके खिलाफ संघर्ष तेज करें. पटना-दिल्ली की सरकार में मिथिलांचल की उल्लेखनीय भागीदारी के बाबजूद मिथिला के विकास में पटना- दिल्ली की सरकार का सौतेला व्यवहार है. सरकार द्वारा न ही बाढ़ और सुखाड़ की समस्या का समाधान की कोशिश की गई और न ही कोई उद्योग-धंधो, कल-कारखाने का विकास हो पाया है. उल्टे महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से ध्यान भटकाने को भाजपा-संध अपने उन्मादी राजनीति में युवाओं को साजिश के तहत ईस्तेमाल कर रही है जो देश के लिए खतरनाक है. ”
डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस, खाद्य पदार्थ आदि की आसमान छूती क़ीमतों से लोगों के रोजी-रोटी पर संकट छा गया है. महंगाई से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. गरीबों की आय दिनोंदिन घट रही है लेकिन सरकार की कॉरपोरेट परस्त नीति के चलते कॉरपोरेट घराने की आय में दिन-दूनी रात-चौगुनी वृद्धि हो रही है. इससे भारत भी श्रीलंका की तरह आर्थिक मंदी की राह पर आ जाएगा.
उक्त बातें पूसा के मोरसंड में सोमवार को माले जिला कमिटी की दो दिवसीय बैठक के उपरांत प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पोलिट ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा. उन्होंने कहा कि समस्तीपुर में मजदूर-किसानों का आंदोलन तेज होगा.
बैठक में लिए गये निर्णय की जानकारी देते हुए जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि जिला में खेग्रामस का दो लाख सदस्यता बनाने का लक्ष्य रखा गया है. इसे लेकर 15 अप्रैल से 15 जून तक खेग्रामस सदस्यता अभियान चलाएगी. 16 मई को समस्तीपुर शहर के मालगोदाम चौक स्थित माले जिला कार्यालय में खेग्रामस जिला कमिटी की बैठक करने, 8 मई को जिला कार्यालय में इनौस का जिला स्तरीय कार्यशाला लगाने, 11 मई को जिला मुख्यालय में अखिल भारतीय किसान महासभा का जिला सम्मेलन करने समेत आइसा, ऐपवा, निर्माण मजदूर यूनियन आदि का कन्वेंशन कर सांगठनिक मजबूती के साथ आंदोलन तेज करने का निर्णय लिया गया.
मौके पर पूसा प्रखण्ड सचिव अमित कुमार ने कहा कि प्रखण्ड में माले एवं इसके विभिन्न जन संगठनों का सदस्यता अभियान चलाकर संगठन को मजबूत कर पटना- दिल्ली की जन विरोधी सरकार, भ्रष्ट पदाधिकारी के खिलाफ आंदोलन तेज किया जाएगा. उन्होंने राजेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डा० रमेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा उनके कार्यकाल में किये गये कार्यों में अनियमितता की जांच कर कारबाई करने की मांग की.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फूल बाबू सिंह, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, दिनेश कुमार, प्रेमानंद सिंह, अजय कुमार, ललन कुमार, राम कुमार, राज कुमार चौधरी, उपेंद्र राय, सत्यनारायण महतो, सुनील कुमार, अनील चौधरी, मनीषा कुमारी, बंदना सिंह समेत अन्य माले जिला कमिटी सदस्य उपस्थित थे.