प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
सेवानिवृत्त शिक्षकों को राज्य के उच्च व उच्चतर माध्यमिक सहित उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में पुनर्बहाली का राज्य सरकार का फरमान घोखा है. इससे छात्र- नौजवानों की बेरोजगारी और बढ़ेगीबढ़ेगी साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का परिकल्पना भी ध्वस्त होगा.
महिला अधिकार कार्यकर्ता सह ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि नीतीश सरकार का उक्त फरमान पढ़े- लिखे- मेहनतकश खासकर बीएड स्नातकों के साथ धोखा है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ बेरोजगार युवक-युवतियां कराह रहे हैं. उनका भविष्य अधर में लटका है तो दूसरी ओर सरकार ऐसे अनर्गल फैसले लेकर नौकरी की तैयारी में लगे युवाओं को हतोत्साहित कर रही है. श्रीमति सिंह ने मा़ंग किया है कि छात्र- युवा विरोधी इस आदेश को शीघ्र वापस लेने हुए उच्च एवं उच्चतर माध्यमिक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट घोषित कर बहाली प्रक्रिया को यथाशीघ्र शुरू करें, बीएड, एमएड, प्रशिक्षित शिक्षकों की सीधी बहाली करें. इससे किराएदार रूपी शिक्षकों के बजाए विद्यालयों को ठोस शिक्षक प्राप्त हो सकेंगे साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की परिकल्पना धरातल पर उतर सकेगा.