संवाददाता तिलौथू प्रीती कुमारी
आपको बताते चलें की मार्च से ही कोरोना काल को देखते हुए सरकार ने इससे बचने के लिए लॉक डाउन का नाम रख कर पूरे भारत देश भर के सभी जगहों को बंद कर रखा था। तो इसलिए अभी की चिंता काफी बढ़ गई थी कि लोग किस तरह से रोजगारी को बढ़ाए और लोगों का पालन पोषण करें। लॉक डाउन हटाने और बाजार में माँग निकलने से बाजार तेजी के साथ रौनक भी बढ़ गई है। नवम्बर महीने में बेरोजगारी में गिरावट देखने को मिली है। तो वहीं आपको बताते हुए की नवम्बर में 6.51% थी जबकि वर्ष 2018 में बेरोजगरि 6.47% बेरोजगारी थी। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि नए साल से स्तिथि और भी बेहतर होने की उम्मीद है। कोरोना के टीका लगने के शुरुआत से पर्यटन, होटल जैसे रोजगार देने वाले अहम् सेक्टर भी खुल जाएँगे जो अभी तक बंद है। निजी कम्पनियों ने नए हायरिंग करना भी शुरू कर दी है। कम्पनियों के एच आर प्रमुख का कहना है कि अगले साल नए नियुक्ति की साथ ही वेतन में बढ़ोतरी के तैयारी में हैं। इससे रोजगार की बढ़ने की ओर भी उम्मीद है। मोबाइल कम्पनियों के बिक्री में इतना बढ़ोतरी आई है कि आज कहाँ से कहाँ चला गया है। तो वहीं दूसरी ओर आपको बता दे की नवम्बर से दिसंबर माह से १ लाख पार पहुचा जीएसटी का संग्रह, और २ अरब की आंकड़े से पार पहुँचा डिजिटल की लेन देन।