संवाददाता तिलौथू प्रीती कुमारी
सभी लोग अच्छी तरह से जानते हैं कि कूड़ा कचडा हेल्थ के साथ ही साथ वातावरण के लिए भी विनाशकारी होता है। ये ऐसा खतरनाक बीमारी है जिसे एक बार बढ़ावा दिया जाए तो फिर कहने की जरुरत ही नहीं पढ़ती हैं। ऐसा ही कुछ कहानी है रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड क्षेत्र की जहां हर दिन गंदगी लगती है पर इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता है।
स्वच्छ भारत अभियान और बिहार सरकार का अभिन्न कार्यक्रम नल जल योजना गली सोसाइटी और बाजार के लिए बना भारी प्रदूषण का केंद्र
ज्ञात हो कि तिलौथू पीएचसी के बगल मे और उत्तर साइड बहुत बड़ा गंदगी का अंबार भरा पड़ा हुआ है। यहां पूरे बाजार से दुकानदार अपना कचरा फेंकने एवं खुले में पेशाब करने जाते हैं। जहां पर सरकारी ट्रांसफार्मर भी है और चारों तरफ दुकान एवं घर बने हुए हैं, जहां रोज़ दिन आना जाना लगा रहता है तभी किसी को इसकी चिंता नहीं होती है। गंदगी इतनी भयावह है कि नाक बंद करने के बाद भी लोग ठीक से नहीं रह पाते हैं और ना हि सांस ले पाते हैं। एक तरफ हॉस्पिटल का कुछ कचरा दूसरी तरफ जल मीनार का ओवर पानी का फ्लो होता है जो की पीने वाले के लिए भी नशीली साबित हो सकती है और तिलौथू बाजार का सारा कचरा एक होने से काफी बदबू फैल चुकी है। अगर इस पर जल्द ही सफाई का कार्य नहीं किया गया तो आए दिन तिलौथू बाजार में महामारी का रूप ले सकती है। यही कारण है कि आज हमारा देश प्रदुषण एवं रोजगारी के कगार पर नहीं है। क्योकि की यहाँ सभी लोग स्वार्थि हैं बस अपने मतलब की लिए जीते हैं।यहाँ के अधिकारियो का रोज दिन आना जाना लगा ही रहता है मगर फिर भी इस विषय पर कोई ध्यान नहीं देता है।