पट्रोल-डीजल की कीमत में वृद्धि से सब्जी हुई महंगी, बिक्री में भी गिरावट
संवाददाता–मो०शमशाद आलम
करगहर –-कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान सब्जियों के कीमतों में उछाल आया था, लेकिन अब अनलॉक में फिर से सब्जियों के कीमत आसमान छू रहे हैं। बढ़े हुए कीमत ने गृहणियों के रसोई का बजट बिगाड़ कर रख दिया है। सबसे ज्यादा उछाल टमाटर एवं आलू और हरी सब्जियों के रेट में आया है, टमाटर 10 रुपये से 60रुपये एवं आलू 20 रुपये से 35 रुपये प्रति किलो के भाव पहुंच गया है। आम जनता का मानना है कि जब से पेट्रोल, डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है, तभी से जरूरत के दूसरे सामान की कीमतें बढ़ी हैं। इसका सीधा असर जनता की जेब पर पड़ता दिखाई दे रहा है।
कोरोना के कारण जब देश भर में लॉकडाउन लगा था, तक सब्जियों के रेट में एकाएक उछाल आया था। उस दौरान रेट बढ़ना स्वाभाविक भी था, क्योंकि सभी तरह की गतिविधियों को रोक दिया गया था। इसलिए न बाहर से माल आ रहा था और न ही जा पा रहा था। इसके चलते उस समय तो सब्जी समेत दूसरे सामान के रेट बढ़ गए थे। लेकिन अब शर्तों के साथ अनलॉक चल रहा है, किसी तरह की ट्रांसपोर्ट गतिविधि पर रोक भी नहीं है। ऐसे में सामान की बढ़ती कीमतें जनता को हजम नहीं हो पा रही। सब्जी मंडी आढ़तियों के अनुसार टमाटर के दामों में राहत मिलने में 15 से 20दिन तक का समय लगेगा। सब्जी विक्रेता सुहैल आलम ने बताया कि कुछ सब्जियों के रेट में पहले से उछाल आया है। इसका असर ग्राहकों पर पड़ा है। पहले के अपेक्षा सब्जियों के बिक्री में कमी आई है।