वन विभाग की पूरी टीम पहुंची रेस्क्यू करने।
तिलौथू/रोहतास
ठंड और इन बर्फीली हवाओं में खुली आसमान और जंगल झाड़ में विचरण करने वाले जंगली जानवर कड़ाके की ठंड से आहत होकर बचने के लिए गांव की ओर प्रवेश कर रहे हैं। इसी सिलसिले में आज सुबह क्षेत्र के रामडीहरा गांव में एक जंगली सांभर प्रवेश कर गया हालांकि ग्रामीणों ने उसे सुरक्षित रखा वहीं भुन्दर बिगहा और नयका गांव में भी जंगली सांभर प्रवेश कर गए। यह जंगली जानवर से किसानों को क्षति पहुंचती है। जंगली जानवर सांभर, बारहसिंघा, नीलगाय, जंगली सूअर, साहिल जैसे जानवर कैमूर पहाड़ी की तराई में बसे गांवों के किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। ठंड से बचने के लिए यह जंगली जानवर गांव में प्रवेश तो कर गए लेकिन गांव वालों ने इसे पकड़ कर सुरक्षित रखा और वन विभाग को सूचित किया। हालांकि कितने लोग इनका शिकार भी करते हैं लेकिन ग्रामीणों ने दिलेरी दिखाते हुए सांभर को पकड़कर सुरक्षित रखा और तत्काल वन विभाग की टीम को सूचना दी। इस संबंध में पूछे जाने पर वनों के क्षेत्र पदाधिकारी सत्येंद्र शर्मा ने बताया कि कैमूर पहाड़ी की तराई में बसे गांव नयका गांव रामडीहरा और भुंदर बीघा में जंगली सांभर प्रवेश कर गया है, जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग की पूरी टीम को लगाई गई है, जिसमें क्षेत्र के वनपाल बाल्मीकि सिंह समेत दो वनपाल और पुरी पुलिस बल को लगाया गया है। सांभर को सुरक्षित पकड़ कर उसका इलाज करा करके पुनः जंगल में छोड़ दिया जाएगा। सूचना अनुसार सांभर की तबीयत कुछ खराब लग रही है। जिसका इलाज कराकर ही उसे पुनः जंगल में छोड़ा जाएगा। जिसे पकड़ने के लिए बन विभाग की पूरी टीम को लगाई गई है।