सासाराम
वरिष्ठ पत्रकार सुनील कुमार ,दिनारा
रोहतास कोरोना महामारी को लेकर लॉक डाउन के कारण हर वर्ग हर तरह से प्रभावित है इसलिए पुजारी वर्ग भी इससे अछूता नहीं है। लॉक डाउन के कारण सामाजिक और धार्मिक आयोजन के स्थगित होने के कारण हिंदू पुजारी बेरोजगार हो गए हैं। लॉक डाउन के कारण मंदिर के दरवाजे तो बंद है ही आमतौर पर घर पर आयोजित होने वाले पूजा समारोह भी रद्द किए गए हैं। जिससे उनकी कमाई का संसाधन बंद हो गया है। वहीं शादियां और अन्य सामाजिक कार्यक्रमों को भी स्थगित कर दिया गया है। बहुत से भक्त चल रहे लॉकडाउन के दौरान मंदिरों में नहीं जा रहे हैं कई पुजारियों के पास कोई अन्य बंधी हुई आय नहीं है और उनके परिवार पूरी तरह से पूजा और शादियों जैसे अनुष्ठानों से होने वाली कमाई पर निर्भर करते हैं। श्री यक्षिणी भवानी मंदिर भलुनीधाम के सरकारी पंडित मदनमोहन पंडित ने कहा कि अगले कुछ महीनों में कोई पूजा और अन्य धार्मिक कार्य शादी विवाह नहीं होते हैं तो पुजारी अपना निर्वहन कैसे करेंगे। उन्होंने स्थानीय प्रशासन से कहा कि संकट देखते हुए सभी पंडित जी को खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जाए ।उन्होंने कहा कि आजादी से पूर्व स्थित कई मंदिरों में लॉक डाउन के कारण ताला लगा हुआ है। वहां के पुजारियों के जीविकोपार्जन के संकट उत्पन्न हो गया है। इस संबंध में उन्होंने सभी अधिकारियों से मंदिर के पुजारियों को भी सहायता प्रदान करने की कृपा की मांग की है।