मसौढ़ी गोलगप्पे बेचकर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले यूपी व एमपी के गरीब परिवारों की लॉक डाउन ने कमर ही तोड़कर रख दी है ! बीते करीब सात सालों से मसौढ़ी के मणिचक मोहल्ले में किराए में रहने वाले इन परिवारों के पास राशन कार्ड भी नहीं है और न ही उनके पास स्थानीय होने का कोई दस्तावेज है ! लॉक डाउन के कारन बीते पांच दिनों से उनका धंधा पूरी तरह बंद हो चुका है ऐसे में उनके पास गुजारा करने के लिए अब कुछ भी नहीं बचा है ! हालांकि स्थानीय ग्रामीण उन्हें राशन देकर थोड़ी बहुत मदद पहुंचा रहे हैं लेकिन वह उनके लिए पर्याप्त नहीं है ! दरअसल मणिचक सूर्य मंदिर के निकट एक निजी मकान में यूपी व एमपी का 10 से 12 परिवार रहता है ! इनमे छोटे – छोटे बच्चे भी हैं ! परिवार के मुखिया रोज गोलगप्पे बेचकर शाम को घर आता है तब जाकर उनके घर में चूल्हा जलता है
previous post