प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर में एक मरीज की शिकायत पर सदर एसडीओ दिलीप कुमार रविवार की देर शाम अचानक निरीक्षण के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण करते हुए वहां मौजूद स्टाफ से मरीज को भर्ती करने में हो रही देरी का कारण पूछा और मरीज का रजिस्ट्रेशन कर उसे भर्ती कर लिया।इसके बाद उन्होंने पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया. लेबर रूम में तैनात डॉक्टर व बच्चा वार्ड में तैनात डॉक्टर कार्यस्थल पर नहीं मिले।मरीजों को भर्ती नहीं करने का कारण डॉक्टरों की अनुपलब्धता है. एसडीओ की पहल पर उसका रजिस्ट्रेशन कर तुरंत शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया।करीब 30 मिनट तक एसडीओ के अस्पताल में मौजूद रहने के बावजूद डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं पहुंचे. बच्चा वार्ड में तैनात एएनएम भी मौके पर मौजूद नहीं मिली. रक्त परीक्षण प्रयोगशाला के निरीक्षण के दौरान उसका दरवाजा बंद पाया गया, लेकिन ताला खुला हुआ था।कोई भी कर्मी मौके पर मौजूद नहीं मिले. इधर लेबर रूम के कर्मियों ने चिकित्सक की मौजूदगी उनके कक्ष में होने की बात कही. सच यह रहा कि कक्ष के बाहर ताला लटक रहा था। तैनात गार्ड ने उनके नहीं आने की बात एसडीओ से कहीं।इधर चमकी से ग्रस्त मरीज के स्वजन शंभूपट्टी के कन्हैया सहनी ने बताया कि वह अपने भतीजे अंकित को भर्ती कराने लाया था।