प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिले में पिछले कई दिनों से गैर न्यायिक स्टांप की भारी किल्लत चल रही है। जिससे लोग हलकान हो रहे है। स्टांप पेपर के लिए वेंडर की दुकानों पर भटक रहे हैं,उनके अनेकों जरूरी काम नहीं हो पा रहे हैं।जिससे लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है।शपथ पत्र या हलफनामा, रेंट या लीज एग्रीमेंट, गिफ्ट डीड, पावर ऑफ अटॉर्नी, बिक्री समझौता, क्षतिपूर्ण बौंड, वसीयत बॉन्ड, प्लेसमेंट, बैंक ऋण, निर्माण अनुबंध, स्थानीय निकायो से वित्तीय सहायता स्टांप पेपर से ही होते हैं, नई रजिस्ट्री नियम केअनुसार दाखिल खारिज लोग ही जमीन की बिक्री कर सकते हैं जिसे रजिस्ट्री की संख्या बहुत कम हो गई है। रजिस्ट्री ऑफिस सूना सूना लगता है स्टांप की मांग काफी घट गई है। हाल के दिनों में बिहार सरकार ने पारिवारिक बंटवारे के लिए 100 के स्टांप को मंजूरी दे दी है बावजूद इसके कृत्रिम अभाव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है जिन चुनिंदा लोगों को मिले उन्हें तीन गुना से पांच गुण दाम देने पड़े।जानकारी के अनुसार 100 का स्टांप पेपर 300 से 500 में, 500 वाला स्टांप पेपर 1000 से 1200 में, हजार वाला स्टांप 2000 से 2500 में बेचा जा रहा है।जिला राजद के प्रवक्ता संजय नायक का कहना है कि जिला प्रशासन स्टांप पेपर की किल्लत को दूर करने हेतु व्यापक कदम उठाने के साथ-साथ वेंडरों की स्टॉक पंजी की भी जांच कराए ताकि इस महत्त्वपूर्ण समस्या का निदान हो सके।