प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर: इस वर्ष, 15 जनवरी को समस्तीपुर में मकर संक्रांति का धूमधाम से स्वागत किया जा रहा है। इस महत्वपूर्ण दिन को पौष महीने की शुक्ल चतुर्थी के उपरांत आने वाली पंचमी तिथि के रूप में मनाया जा रहा है, जो सोमवार को पड़ रहा है।ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस दिन सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश कर रहे हैं।मकर संक्रांति के दिन स्नान और दान करने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 7 मिनट से सुबह 8 बजकर 12 मिनट तक है। इसके अलावा पुण्यकाल में मकर संक्रांति की पूजा-अर्चना करना बेहद फलदायी होता है। इस दिन पुण्यकाल का समय सुबह 7 बजकर 15 मिनट से शाम 6 बजकर 21 मिनट तक है। महा पुण्यकाल दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से रात 9 बजकर 6 मिनट तक है।मकर संक्रांति का आगाज सूर्योदय के साथ हो रहा है और इस शुभ अवसर पर पुण्य काल सुबह 7.15 से शाम 5.46 बजे तक रहेगा। इसके साथ ही, महापुण्य काल भी सुबह 7.15 से रात 9 बजे तक होगा, जो पूजा, जप-तप, और दान-पुण्य के लिए अत्यंत अनुकूल है।इस वर्ष, मकर संक्रांति के दिन वरीयान योग बन रहा है, जो रात 11.11 बजे तक रहेगा, और इसके साथ ही रवि योग भी निर्माण हो रहा है, जो सुबह 7.15 से शाम 8.07 बजे तक रहेगा। इस योग में पूजा-पाठ और दान-पुण्य करने से आरोग्य जीवन का वरदान हो सकता है।सूर्य देव का मकर राशि में प्रवेश करना सूर्य पुत्र शनि से मिलते हैं, जिससे इस दिन को विशेष महत्वपूर्णता प्राप्त है। यह दिन सूर्य के उत्तरायण का आरंभ करता है, जिससे शुभ कार्यों में वृद्धि होती है। इसके साथ ही, ऋतु परिवर्तन होता है और सूर्य के ताप में वृद्धि होती है। इस प्रसंग में, समस्तीपुर में ‘मकर संक्रांति’ का उत्सव मनाया जा रहा है।इस अवसर पर, विभिन्न धार्मिक रीतिरिवाजों के तहत लोग खिचड़ी, तिल, हरी सब्जी, उड़द दाल, और काला ऊनी वस्त्र दान करने में विशेष रूप से लगे हैं। इसके माध्यम से लोग सूर्य और शनि की कृपा का अनुभव करते हैं और इसके साथ ही इस अद्भुत दिन को खासी धूमधाम से मनाते हैं। खिचड़ी का खास रिवाज, तिल और गुड़ का दान, साथ ही चूड़ा-दही खाने की परंपरा भी समस्तीपुर में बड़ी धूमधाम से अनुसरण की जाती है।