रिपोर्ट:- धर्मेन्द्र कुमार सिंह
बिक्रमगंज/रोहतास। स्थानीय शहर के वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय में 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126 वीं जयंती मनाई गयी। जिस अवसर पर महाविद्यालय परिसर में उनके तैलचित्र पर प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र कुमार सिंह व प्रो. वीर बहादुर सिंह ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया। जबकि मौके पर उपस्थित महाविद्यालय के समस्त शिक्षक व शिक्षोकोत्तर कर्मियो ने भी पुष्पांजली अर्पित कर उन्हें नमन करते हुए याद किया। मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सुभाषचंद्र बोस भारतीय वीरगाथा लिखने वाले एक राष्ट्रवादी नेता थे। जिन्होंने भारत के प्रति देशभक्ति ने कई भारतीयों के दिलों में छाप छोड़ी है। जिन्हें ‘आजाद हिंद फौज’ के संस्थापक के रूप में भी जाना जाता है। जिनका प्रसिद्ध नारा ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ है। जिनकी जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में भी मनाया जाता है।
जबकि वीर कुंवर सिंह महाविद्यालय धारूपुर शिक्षक प्रतिनिधि सह वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय आरा सीनेट सदस्य डॉ. प्रो. मनीष रंजन ने महाविद्यालय कर्मियों को संबोधित करते हुए बताया कि नेता सुभाषचंद्र बोस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपना अहम योगदान दिया था। जिनमें भारत के अन्य महापुरुषों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम पहली पंक्ति में है। सुभाष चंद्र बोस ने भारत के लिए पूर्ण स्वराज का सपना देखा था। जिन्होंने भारत को गुलामी की बेड़ियों से आजाद कराने के लिए उन्होंने कई आंदोलन किए और इसकी वजह से कई बार उन्हें जेल भी जाना पड़ा। जिनकी वीरगाथा को आज भारत गर्व करता है।
उन्होंने अपने वीरतापूर्ण कार्यों से अंग्रेज़ी सरकार की नींव को हिलाकर रख दिया। जो भारत में 21 अक्टूबर 1943 का दिन हर भारतीय के लिए बेहद ही खास और ऐतिहासिक दिन था। इस अवसर पर प्रो० – शिवकुमार सिंह , दिनेश कुमार , अनिल सिंह , अरविंद सिंह , दिनेश पाठक , पवन कुमार उपाध्या, बलवंत सिंह , अजय सिंह, विष्णु शंकर दुबे, विवेक पाठक , अखिलेश कुमार सिंह व अभय सिंह , चंदन सिंह , रवि प्रकाश , परवेज खां , रवि कुमार , आलोक कुमार सहित समस्त महाविद्यालय कर्मी उपस्थित थें।