प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
*पिछले 60-70 सालों में सामाजिक बराबरी का जो सफर हमने तय किया था, आरएसएस-बीजेपी ने देश को पीछे धकेल दिया है :- दीपांकर भट्टाचार्य*
भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य पूसा पहुँचे। यहाँ उनका स्वागत भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने किया। माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य के साथ पोलित ब्यूरो सदस्य धीरेन्द्र झा, राज्य स्थायी कमिटी सदस्य बैद्यनाथ यादव भी थे। यहाँ उन्होंने पूसा में चले आंदोलनों की जानकारी ली।
भाकपा-माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि भाकपा-माले का आगामी 15 से 20 फरवरी तक पटना में महाधिवेशन आयोजित होगा। इसके पहले दिन यानी 15 फरवरी को शहर के गांधी मैदान में विशाल रैली होगी, जिसमें गठबंधन के सभी घटक शामिल होंगे। महाधिवेशन की सफलता को लेकर उन्होंने गांव-गांव तक तैयारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह 11वां महाधिवेशन दिल्ली की गद्दी से भाजपा को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी दलों की व्यापक एकता की मुहिम का एक बड़ा पड़ाव साबित होगा।
उन्होंने आगे कहा कि प्रभुत्वशाली तबकों ने कमजोरों-गरीबों, दलितों को सताने का सिस्टम बना दिया था। इसको दूर करने के लिए संविधान निर्माता बाबासाहेब डॉ. अम्बेडकर ने आरक्षण का प्रावधान किया। 2019 में मोदी सरकार ने संविधान में संशोधन करके ‘सामाजिक पिछड़ेपन’ के बजाय ‘आर्थिक कमजोरी’ के नाम पर 10 प्रतिशत आरक्षण दिया। यह दलितों के आरक्षण के अधिकार पर सीधा हमला है। पिछले 60-70 सालों में सामाजिक बराबरी का जो सफर हमने तय किया था,आरएसएस-बीजेपी ने देश को पीछे धकेल दिया है।
पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य सह मिथिलांचल प्रभारी धीरेन्द्र झा ने तमाम पार्टी सदस्यों, पार्टी समर्थकों, शुभचिंतकों और बिहार की जनता से अपील की है कि फासीवादी ताकतों को हराने के पार्टी के अभियान में अपनी पूरी एकजुटता कायम करें। अभी से ही सभी लोग महाधिवेशन की तैयारी में लग जाएं। गांव-गांव बैठक करें, सदस्यता अभियान चलाएं, जन संगठनों की सदस्यता को भी आगे बढ़ाएं ताकि जमीनी स्तर पर भाजपा की फासीवादी नीतियों को पीछे धकेला जा सके।