प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
समस्तीपुर जिले के सिंघिया नगर पंचायत व प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को श्रद्घालुओं के द्वारा उगते सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का समापन हो गया। सुबह का अर्घ्य देने को के लिए श्रद्घालुओं की भीड़ अहले सुबह से ही कमला, करेह व विभिन्न पोखरों पर बने घाटों पर पहुंच गई थी। वहीं कुछ लोग अपने घर पर ही कृत्रिम रूप से अस्थाई गड्ढे खोदकर सूर्य देव का पूजा किए। भगवान भाष्कर के लाल चक्र के निकलते ही भक्तिमय माहौल में सभी जगहों पर अर्घ्य अर्पण करना शुरू हो गया। मान्यता के अनुसार छठ पर्व करने से जहाँ धन धान्य से लोग परिपूर्ण होते हैं, वहीं इस पूजा में शामिल मात्र से ही लोगों को सभी तरह के शारीरिक कष्टों से निजात मिलता है। इस पर्व को लेकर व्रती शुक्रवार को नहाय – खाय के साथ ही भक्तिभावना में तल्लीन हो गये थे। चार दिनों में अधिकतर समय व्रती का उपवास का रहा फिर भी उनकी मुख मुद्रा पर पूजा को लेकर प्रसन्न्ता बनी हुई थी। सुबह का अर्घ्य अर्पण के बाद स्थानीय देवी देवताओं के पूजा करने के बाद व्रती के पारण करने साथ ही इस महा पर्व का समापन हो गया। इस दौरान छठ घाटों पर लोग एक दूसरे से मिलते रहे और एक दूसरे को सपरिवार कुशलता की कामना किए। कुछ घाटों का, प्रखंड प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी जायजा लेते हुए दिखाई दिए।