प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
सारण मशरख। मेरा जन्म जिस परिवार में हुआ वह बिहार के राजनीति की पाठशाला रही मेरे बड़े पिताजी पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह की छत्रछाया में राजनीति की एक बड़ी पीढ़ी ही तैयार हो गई हम लोगों ने जीवन में कई उतार-चढ़ाव को देखा मेरा परिवार संघर्ष करते हुए आम जनमानस की सेवा करते हुए आगे बढ़ा है इस कारण से हम लोग संघर्ष से कभी नहीं डरते हैं यह कहना है तरैया से निर्दलीय प्रत्याशी रहे वाईपीएल संयोजक युवराज सुधीर सिंह का। एक विशेष बातचीत में युवराज सुधीर सिंह ने कहा कि बड़े पिताजी पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह का उनके जीवन पर बड़ा प्रभाव है इसी कारण से उन्होंने समाज सेवा को अपना मूल उद्देश्य बनाया है मसरख उनकी जन्मभूमि है तो तरैया उनकी कर्मभूमि विगत 15 वर्षों से तरैया के लोगों के सेवा में दिन रात लगे हुए हैं चुनाव हारना और जीतना किसी की लोकप्रियता का पैमाना नहीं होता आज भी मसरख आवास पर हजारों लोग तरैया से उनके पास आते हैं और जहां तक संभव होता है वे लोगों की सहायता करते हैं उन्होंने कभी भी जनसेवा से मुंह नहीं मोड़ा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनके पिताजी दीनानाथ सिंह और बड़े पिताजी प्रभुनाथ सिंह एक झूठे मामले में जेल में है जिसके कारण समर्थकों में रोष है और कहीं ना कहीं राजनीति में विरोधियों की साजिश सफल होती भी दिख रही है। छोटे भाई छपरा से पूर्व राजद विधायक रणधीर सिंह को महाराजगंज से सांसद बनाने के लिए व्यापक पैमाने पर अभियान चल रहा है और इस बार महाराजगंज की जनता बदलाव के मूड में है पिछली बार जो गलतियां हुई है उसे सुधारने का प्रयास किया जा रहा है वोटरों को यह समझाया जा रहा है कि महाराजगंज को महाराजगंज किसने बनाया किसने महाराजगंज से मसरख तक बड़ी रेल लाइन दी महाराजगंज में अत्याधुनिक सुविधाएं हुई क्षेत्र में सड़कों का जाल बना मसरख में केंद्रीय विद्यालय खुला मढ़ौरा को अनुमंडल मनाया गया तमाम तरह की जन उपयोगी कार्य हुए यह सब प्रभुनाथ बाबू की देन है जो लोग उनके बाद चुनाव जीते हैं वह एक भी उपलब्धि बता दें उन्होंने जनता को ठगने का काम किया है यही कारण है कि जनता में रोष है और इसी रोष को देखते हुए इस बार पूरी तैयारी के साथ उनके छोटे भाई रणधीर सिंह क्षेत्र में लगे हुए हैं।सुधीर सिंह ने कहा कि राजनीति उनका पहला प्रेम है तो क्रिकेट उनका दूसरा प्रेम क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए जो कुछ संभव हो पाता है वह लगे रहते हैं ग्रामीण स्तर के प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए भी वह मदद करते हैं कई सारे आयोजन होते हैं जिसमें वह बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं उनका कहना है कि अगर युवा पीढ़ी सही रास्ते पर हो तो समाज का नवनिर्माण संभव है यही कारण है कि युवाओं के लिए वह सदैव तत्पर रहते हैं जहां कहीं भी उनकी सहायता की बारी आती है वह सबसे आगे खड़े होते हैं बिहार में राजपूत राजनीति के संदर्भ में पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि वे सर्व धर्म सर्व जाति में विश्वास करते हैं किंतु जिस कुल में उनका जन्म हुआ है उसके प्रति भी उनकी जवाबदेही है यही कारण है कि मधुबनी हत्याकांड और आरा में बाबू वीर कुंवर सिंह के पौत्र की हत्या के बाद वे सबसे पहले आवाज उठा आने वाले लोगों में थे मधुबनी में उन्होंने अपने स्तर से जो कुछ भी संभव था सहायता भी कि आगे भी पूरे बिहार में जहां कोई पीड़ित शोषित होगा उसकी सहायता के लिए वे तत्पर रहेंगे।