प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
विभूतिपुर प्रखंड क्षेत्र के साख मोहन में एक बैठक आयोजित कर स्वर साम्राज्य की मलिका भारत रत्न से सम्मानित लता मंगेशकर जी की मृत्यु पर दो मिनट का मौन रखकरभावभीनी श्रद्धांजलि दिया गया। इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रत्याशी सह समाजसेवी बेगूसराय डॉ शंभू कुमार ने आत्मिक शोक व्यक्त करते हुए उनके जीवनी का उल्लेख करते हुए कहा की लता जी स्वर कोकिला ही नहीं बल्कि स्वर की खान थी उनकी मृत्यु का होना स्वर की दुनिया के एक युग का अंत हें, वे एक मात्र ऐसी स्वर कोकिला थी जो अपने आप में अद्वितीय थी आज स्वर संगीत के इतिहास का एक युग का अंत हो गया वह हमेशा याद रहेंगे वे हमारे समाज की आदर्श थी जिन्होंने पारिवारिक आर्थिक समस्या का समाधान व पालन करने के लिए महान त्याग किए आज जहां हम भोग और भोजन को ही अपने जीवन का लक्ष्य समझते हैं इसके विपरित लता जी परिवार व सामाजिकआदर्श को प्राथमिकता दी और आजीवन अविवाहित रहने की फैसला किया और हर तरह से परिवार समाज एवं राष्ट्र की एकता अखंडता की रक्षा के लिए आवाज उठाई उनके मृत्यु से जो कमी हुई है उसकी भरपाई संभव नहीं है देश की महिलाओं को लता जी के आदर्श को ग्रहण करना चाहिए वो संगीत के इतिहास की धरोहर थी और रहेंगी भगवान अपने श्री चरणों में उन्हें स्थान दें शोक व्यक्त करने वालों में महंत राम भजन दास, कन्हैया दास,सीताराम सिंह, शबनम, नरेश सिंह, नुनु और किशन कुमार आदि उपस्थित थे ।