अहमदाबाद में होगा दिल में छेद का निःशुल्क ऑपरेशन
आज हवाई जहाज से पटना से अहमदाबाद के लिए होगा रवाना
सासाराम। जन्मजात दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना सार्थक होती दिखाई दे रही है। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को नया जीवन देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में रोहतास जिले के बिक्रमगंज प्रखंड निवासी स्वर्गीय विजेश्वर पासवान के 17 वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार के दिल में छेद का ऑपरेशन अहमदाबाद स्थित श्री सत्य साईं हॉस्पिटल में 30 जुलाई को किया जाएगा। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित चलंत चिकित्सा दल बिक्रमगंज के डॉ अमरेंद्र कुमार एवं डॉ अमित कुमार के द्वारा स्कूल में स्क्रीनिंग के दौरान अरविंद कुमार के दिल में छेद होने की जानकारी हुई। आरबीएसके रोहतास के कॉर्डिनेटर नंद किशोर चतुर्वेदी ने बताया जैसे इस बात की जानकारी मिली तो सारी प्रक्रिया पूरी करके आईजीआईसी पटना रेफर किया गया। वहां चिकित्सकीय जांच के दौरान दिल में छेद होने की पुष्टि की गई और उसे ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजने की तैयारी की गई। बाल हृदय योजना के तहत बच्चे के साथ साथ एक अटेंडेंट के लिए हवाई जहाज का टिकट करवा के बिहार सरकार द्वारा दिए जा रहे खर्चे पर उसे बुधवार को बिक्रमगंज अनुमंडल अस्पताल से एंबुलेंस के माध्यम से पटना भेजा गया। जहां से 29 अप्रैल गुरुवार को हवाई जहाज के माध्यम से अहमदाबाद भेजा जाएगा।
क्या है बाल हृदय योजना
सात निश्चय योजना पार्ट 2 के तहत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाल हृदय योजना का शुभारंभ किया है। बाल हृदय योजना के तहत दिल में छेद वाले वैसे बच्चे जिनकी उम्र 2 वर्ष से 18 वर्ष के बीच में है ,उसके इलाज से लेकर ऑपरेशन तक का पूरा खर्च बिहार सरकार वहन करती है। इसके लिए जिला स्तर पर अस्पतालों में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम आरबीएसके विभाग बनाया गया है जहां पर एक कॉर्डिनेटर की नियुक्ति की गई है। उन्हीं के माध्यम से सारी प्रक्रिया पूरी होती है।
बिहार सरकार की एक अच्छी पहल
दिल में छेद का ऑपरेशन के लिए 17 वर्षीय अरविंद कुमार को अहमदाबाद भेजने से पूर्व सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार ने प्रेस वार्ता करके बताया बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बाल हृदय योजना गरीब परिवारों के लिए काफी कारगर सिद्ध हो रही है। जिनके बच्चे हृदय रोग से ग्रसित हैं उन्हें ऑपरेशन करवाया जा रहा है, इसके लिए घर से लेकर अहमदाबाद तक का आने जाने का खर्चा पूरा बिहार सरकार वहन कर रही है। जिले में इस योजना को बढ़ावा देने के लिए जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार द्वारा भी निर्देशित किया गया है कि ऐसे बच्चों की पहचान करके उन्हें तुरंत इलाज के लिए पटना या अहमदाबाद भेजा जाए, ताकि इस योजना का लाभ जरूरतमंदों को मिल सके।
परिजनों ने मुख्यमंत्री को दिया धन्यवाद
गरीब अरविंद के परिजनों को जैसे ही दिल मे छेद होने की जानकारी मिली कि उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। उन्हें तो एक पल के लिए लगा कि उन्होंने अपना बेटा खो दिया है। परंतु जब डॉक्टरों ने बताया कि इसका इलाज संभव है और इसके लिए पूरा खर्च बिहार सरकार वहन करेगी तो उन्हें रोशनी की किरण दिखाई दी और आज वे पूरी तरह से खुश दिखाई दे रहे हैं कि उनके बेटे का ऑपरेशन होने जा रहा है। उन्होंने इसके लिए बिहार के मुख्यमंत्री को भी धन्यवाद दिया है।