प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
जसम का पुनर्गठन, 15 सदस्यीय संयोजन समिति के संयोजक बनाए गए जयप्रकाश भगत
पंचायत चुनाव वाद होगा जिला सम्मेलन।
नफरत और जुल्म के माहौल में एकता और संघर्ष की जरूरत है. इस जरूरत को पूरा करने के लिए निरंतर कविता, कहानी, आलोचना, गीत, संगीत की अहम भूमिका है. इस भूमिका को मजबूती से जन संस्कृति मंच सदियों से निभाता रहा है. इस दौर में इसे और अधिक व्यापक बनाकर गांव से शहर तक जसम की भूमिका बढ़ाना है. ये बातें समस्तीपुर जसम के पुनर्गठन के मौके पर शहर के विवेक- विहार मुहल्ला में सोमवार को जसम के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह प्रख्यात रंगकर्मी अनील अंशुमन ने कहा. उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के जसम से जुड़े बुद्धिजीवी देश स्तर पर सक्रिय रहे हैं. जसम को इसे और भी आगे बढ़ाने की चुनौती स्वीकार करना होगा. जसम के क्रियाकलाप का असर छात्र, नौजवान, मजदूर, किसान आदि पर प्रत्यक्ष रूप से पड़ता रहा है.
श्री अंशुमन ने कहा कि जाति- सांप्रदाय सूचक फुहर एवं अश्लील गीत के खिलाफ ताजपुर- समस्तीपुर जसम समेत अन्य संगठनों की लड़ाई को माले विधायक अजीत कुशवाहा ने विधानसभा में उठाया. फलतः बिहार सरकार को गाड़ी आदि में फुहर एवं अश्लील गीत बजाने पर रोक लगाने एवं इस कारवाई की चिट्ठी निकलना पड़ा लेकिन यह काफी नहीं है. अश्लील गीत लिखने, गाने एवं बजाने वाले सभी पर एफआईआर होना चाहिए.
बैठक की अध्यक्षता जय प्रकाश भगत ने की. मौके पर जसम का 15 सदस्यीय जिला संयोजन समिति का पुनर्गठन किया गया. अरविंद आनन्द, अमलेंदू कुमार, विजेंद्र कुमार, खुर्शीद खैर, मनोज कुमार मुन्ना, सुनील कुमार, जितेंद्र कुमार, सैयद नौशाद अख्तर, अकबर रजा सदस्य चुने गये. जय प्रकाश भगत संयोजन चुने गये. जसम का सदस्यता अभियान चलाकर विभिन्न कार्यक्रम करते हुए पंचायत चुनाव बाद जिला सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया.मौके पर सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, वंदना सिंह, नौशाद अहमद, विश्वनाथ राम, आर० के० दूबे समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे.