तिलौथू संवाददाता प्रीति कुमारी
रोहतास जिला ही नहीं बल्कि भारत देश ही नहीं बल्कि विश्व के कोने कोने में शराब पीने का एक परम्परा बन गया हैजबकि बिहार जैसे कई राज्यों में शराब पूर्ण रूप से सरकार द्वारा बंद किया गया है फिर भी चोरी छुपे पड़ोस के राज्यों से मंगा कर पीते लोग नजर आते हैं मुद्दे की बात यह है कि जहां लोग शादियों और पार्टियों में इसका प्रयोग करते है। मनुष्य जीवन ही एक ऐसा जीवन है जहां लोगों के हाथोंं में सब कुछ होता है करने और न् करने को। अगर हम अपनी जीवन के साथ खेलेंगे तो जाहिर सी बात है कि इसका प्रभाव ज़िन्दगी पर भी पड़ेगा
शहर व् आसपास के गावों में देशी व् अंग्रेजी शराब खुलेआम बिक्री की जा रही जिसका किसी को भय नहीं है क्योकि प्रशासन भी अब खुद कहते हैं कि जितना ज़्यादा कारवाई होगा उतना ही ज़्यादा बिक्री होगी जब की इस काम की जिम्मेवारी पुलिस प्रशासन को दी गई है जो खुद भी इस अड़ो पर दिखाई देते हैं
आज कल शराब का मामला इतना तीव्र गति से बढ़ रहा है कि लोग इसके बहुत जल्दी शिकार हो जा रहे हैं जिससे आगे चल कर शराब पीने वाले को तो कठिनाइयों का समना करना ही पड़ता है साथ ही साथ उनके परिवार को भी बहुत सारे कष्टों से जुझ्ना पड़ रहा है
शराब मानो जैसे अब पीना फैशन सा बन गया है। जिन लोगों को शराब का लत लग जाता है न् वह जल्दी छूटता नहीं है
आज कल बहुत सारे शराब के केसेस सुनने को मिल रहा है जब की पुलिस प्रशासन की इतनी कड़ी सुरक्षा रहने के बावजूद भी लोग छुप छुपा कर एक ऐसे जगह जाकर पि रहे हैं जहां पुलिस की निगरानी भी न् हो
मगर ऐसे लोगों को ही दोषी नहीं ठहराया जा सकता क्योकि लोग तब तक अपनी मन मानी नहीं कर सकते हैं या लोगों में तब तक ऐसे कामों को करने का साहस नहीं हो सकता है जब तक खुद कोई अन्य न् मिला हो। अगर पुलिस इसकी गहन्ता से जाच् करे तो हर एक घर में हर कोई के पास में पाया जा सकता है लेकिन हा ये भी सच है कि जिस तरह ताली एक हाथोंं से नहीं बजती है ठीक उसी तरह शराब के मामलो में किसी एक को दोषी भी नहीं कहा जा सकता है
आज भी ऐसे बहुत सारे जगह है जहां ये शराबों का कारोबार होता है और लोग बिक्री करते है कम समय में ज़्यादा पैसा कमाने की चाह में, मगर उनको क्या पता होता है कि इससे कितनों की ज़िन्दगी बर्बाद हो जाता हैं न् जाने कितनों का घर उजड़ जाता है। शराबी तो शराब पीकर बेहोश हो जाते हैं लेकिन उससे उनके पूरे सदस्यों को परेशानियों से गुजरना पड़ता है। लोग शराब को पीने के लिए घर के सभी झूठ बोलते हुए सभी सामानो को गिरवी रख देते है
सरकार को चाहिए कि इसका सही ढंग से सही समय रहते इसके ऊपर एक्शन लिया जाए और कारवाई कर लोगो को पीने से सचेत् किया जाए ताकि सभी लोग सवस्थ् और सुरक्षित अपने फले फुले परिवार के साथ ख़ुशी खुशी रह सके क्योकि जान है तो जहांन है।