संवाददाता तिलौथू प्रीती कुमारी
इस साल कोरोना के कारण शादियों में इतना रौनक नहीं दिखी हर तरफ कोरोना का भय और भयंकर वैश्विक महामारी का डर हर समय सताता रहा मानो जैसे कोरोना ने बारातियों के चमक ही छीन ली साल के नवम्बर और दिसंबर माह में कुछ शादिया हुई पूरी अनुष्ठान रीती रिवाज़ो के साथ सम्पन हुई लेकिन उसमें भी कोरोना काल का प्रोटोकॉल हावी रहा
शादी वह सीजन होता है जहां एक ही मौका होता है हर कोई को अपने आप को प्रदर्शन करने को लेकिन इस साल कोरोना ने वह ख़ुशी भी सबो से छीन ली लोगो को मजबूरन जैसे तैसे शादियों को किय २०२० में विवाह के लिए १३ दिसंबर को ही साल का अंतिम शादी की शहनाई गूंजेगी क्योकि की उसके बाद खारमास शुरू हो जाएगा फिर उसके बाद नए से अप्रैल के माह से शुभ मुहूर्तों का आरम्भ होगा इसका मतलब यह हुआ कि १५ दिसंबर तक ही साल का शुभ मुहूर्त है उसके बाद धनु राशि में आ जाने से खरमास शुरू हो जाएगी जो शुभ नहीं माना जाता है कोई भी अच्छे कार्यों को करने का अगले साल १४ जनवरी २०२१ तक रहेगा जिसमें शादी के लिए शुभ मुहूर्त नहीं होते हैं फिर इसके बाद १६ जनवरी को गुरु तारा जो १९ फरवरी तक रहेगा इसमें भी शादी के लिए शुभ मुहुर्ते नहीं होते हैं फिर १६फरवरी से १७ अप्रैल तक शुक्र तारा अस्त रहेगा तो ऐसे में मान कर चलिए की दिसंबर २०२० के बाद अगले साल चार महीना के बाद २२ अप्रैल को साल का पहला शादी का शुभ मुहुर्त होगा