सासाराम संवाददाता अभिषेक सिंह
रोहतास जिले के करगहर में योग्यता नहीं होने के बाद भी गली-मोहल्ले में क्लीनिक खोलकर लोगों का इलाज करने वाले झोलाछाप डॉक्टर, एक्स-रे एवं पैथोलॉजी की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य विभाग कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर कोरम पूरा करती है. विदित हो कि रोहतास जिले के करगहर बाजार में एक दर्जन अवैध नर्सिंग होम संचालित है जिसमें आधा दर्जन तो सीएचसी के ठीक सामने ही संचालित है। वहीं बाजार में आधा दर्जन एक्स-रे एवं पैथोलॉजी एवं अल्ट्रासाउंड भी संचालित है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सीएचसी के ही कुछ पदाधिकारियों के मिलीभगत से करगहर में अवैध तरीके से दर्जनों नर्सिंग होम एवं एक्स रे और पैथोलॉजी संचालित हुए हैं अगर कोई जांच के लिए आता है तो इसकी जानकारी पहले ही इन लोगों को दे दी जाती है। जिससे वह अलर्ट हो जाते हैं और सामान हटा देते हैं जिससे छापेमारी के दौरान कुछ भी हाथ नहीं लगता
आपको बता दें कि करगहर प्रखंड क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों सहित करगहर बाजार में भी
डाक्टरी की थोड़ी जानकारी के बाद बगैर डिग्री लिए कई नीम हकीम भी क्लीनिक खोलकर इलाज करते हैं. कई ऐसे फर्जी डॉक्टर हैं जो बगैर डिग्री लिए मरीजों का इलाज किसी विशेषज्ञ की तरह कर रहे थे जिसमें तो कई भ्रूण हत्या एवं अबोसन भी करते हैं. और यह कार्य मेडिकल स्टोर के आड़ में किया जाता है
स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की टीम जब इन झोलाछाप डॉक्टरों की खैर-खबर लेने निकली है तो छापेमारी की जानकारी इन लोगों को पहले ही हो जाती है जिसके कारण करगह बाजार में कई बार हुई छापेमारी के बाद भी अभी तक स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन नाकाम साबित हुई
इस बारे में सीएचसी प्रभारी डाक्टर अनिल कुमार ने कहा कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर बिभागीय कारवाई की जाती है। पर कार्रवाई से पहले ही इन झोलाछाप डॉक्टरों एवं अल्ट्रप्रभारी डॉ अनिल कुमार ने कहा कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर विभागीय कार्रवाई की जाती है पर करवाई से पहले ही इन झोलाछाप डॉक्टरों एवं अल्ट्रासाउंड संचालकों को हो जाती है जिसके कारण कुछ बरामद नहीं हो पाता है फिलहाल इसके रिपोर्ट विभागीय पदाधिकारियों को भेजी गई है