तिलौथू संवाददाता प्रीति कुमारी
सासाराम
रोहतास जिला की जनता सरकार से कहती हैं कि नए साल में नया करना चाहिए और पूरे साल में हुए सारे कार्यों, आदतों और बातों को छोड़कर आगे की ओर बढ़ाना चाहिए तो वहीं भारत देश में नए साल के शुरुअती से ही पूरे भारतीय नागरिकों को Covid-19 जैसी वेश्विक् का आगमन हुआ जिससे आज भारत देश ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के नागरिकों को covid-१९ जैसी वेश्विक् माहामारी से जुझ्ना पड़ा
वह एक दौर ही था जहां लोग समझ नहीं पा रहे थे की नए साल का शुभारंभ किया जाय या covid-१९ जैसी वेश्विक् महामारी के दुःखद समाचार को सुनकर शोक मनाया जाए
इसी covid-१९ जैसी वैश्विक माहामरी में बिहार में ही नहीं बल्कि हम पूरे विश्व की बात करें तो एक तरह सरकार ने कड़ी कड़ाई के साथ साथ घरो से निकलना तक बंद करवा दिया था तो वहीं दूसरी और सरकारें खुद की कुर्सी को लूटने के लिए और इस महान और पवित्र धरती माँ के गोद पर शासक करने के लिए covid-१९ जैसी वेश्विक् महामारी में चुनाव को भली भॉंति सम्पुर्ण कराया गया और इसमें सरकार से लेकर प्रशासन तक मिले हुए थे तो ऐसे में जनता सवाल पुछ्ती है कि जब खुद का शासन याद और राज्य याद आया तो क्या उस व्क्त् covid -१९ जैसी वेश्विक् महामारी नहीं दिखी जो हिन्दुओं के महान महत्वपूर्ण आस्था का महपर्वो में भी ने पूरी तरह से कार्रवाई की
२.और अब सरकार ने गरीबों के थालियो से हरी सब्जियों को भी आसमान पर ले जा रही है, जो गरीबों के नसीब में पहले से ही हरी सब्जी नहीं थी तो वहीं mediun वर्गों के थाली से भी आलू और प्याज जैसी महत्वपूर्ण और परिपूर्ण सब्जियाँ भी आसमान छू रही है
३.और अंतिम सवाल जो शायद कम नहीं होगा वह ये है कि किसानों से भी उनकी उचित मूल्य को भी सरकार के कई दिशा निर्देश बताकर उनसे उनकी उचित धानो की कीमत को भी छिना जा रहा है