प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार।
समस्तीपुर जिला के ताजपुर प्रखण्ड में अखिल भारतीय किसान महासभा द्वारा रविवार को घोषित देशव्यापी किसान मुक्ति दिवस पर 9 अगस्त को स्थानीय मोतीपुर वार्ड-10 में बड़ी संख्या में अन्नदाता जुटकर धरना का आयोजन किया. अन्नदाता अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां लेकर सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे. मौके पर एक सभा का आयोजन किया गया. अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने करते हुए कहा कि 9 अगस्त 1942 को अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में शहीद हुए किसान-मजदूर, छात्र-नौजवानों को शोक श्रद्धांजलि देते हैं. आगे उन्होंने कहा कि आज अंग्रजों के तर्ज पर मोदी सरकार द्वारा किसानों के खिलाफ नए-नए अध्यादेश लाए जा रहे हैं. 5 अगस्त 2020 को किसानों के विरोध में तीन नया अध्यादेश लाया गया है जो किसान विरोधी है. किसान बचाओ कॉर्पोरेट भगाओ नारे के तहत कृषि उपज वाणिज्य एवं व्यापार संवर्धन और सुविधा अध्यादेश 2020, मूल्य आश्वासन पर बंदोबस्ती और सुरक्षा समझौता कृषि सेवा अध्यादेश 2020, आवश्यक वस्तु अधिनियम संशोधन 2020. यह तीनों अध्यादेश को सरकार वापस लें. इससे फसल के दाम घट जाएंगे और खेती की लागत महंगी होंगी और किसानों की सुरक्षा समाप्त हो जाएगी. खाद सुरक्षा तथा सरकारी हस्तक्षेप की संभावना समाप्त हो जाएगी. यह पूरी तरह कॉरपोरेट सेक्टर को बढ़ावा देता है.उनके द्वारा खाद्यान्न आपूर्ति पर नियंत्रण जमाखोरी व कालाबाजारी को बढ़ावा मिलेगा. किसानों को वन नेशन वन मार्केट नहीं,वन नेशन वन एमएसपी चाहिए. सरकार किसानों के कर्ज माफ करे, बिजली बिल 2020 संशोधन वापस ले, मनरेगा को कृषि कार्य से भी जोड़ा जाए. धरना में किसानों के हित में अधूरे पड़े नून नदी परियोजना को पूरा कर चालू करने, किसानों के केबीसी समेत तमाम लोन माफ करने, नि:शुल्क बिजली, पानी, खाद, बीज, कृषि संयत्र आदि की मांग भी बिहार सरकार से की गई. उपस्थित किसानों ने समस्तीपुर के राजद विधायक अख्तरूल इशलाम शाहीन से मोतीपुर वार्ड-10 की जर्जर सड़क को आरसीसी करने की मांग भी फोन के वार्ता कर की. मौके पर रवींद्र प्रसाद सिंह, बखेरी सिंह, जयनारायण दास, ललन दास, राजदेव प्रसाद सिंह, कैलाश सिंह, शंकर सिंह, मंजीत कुमार, इत्यादि उपस्थित थे।