रंजन कुमार ब्यूरो चीफ शेखपुरा
शेखपुरा जिले में जलाए जा रहे धान फसल के अवशेष पराली या पुआल को जलाने वाले किसानों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए जिला कृषि अधिकारी को निर्देशित किया गया है जिला कृषि पदाधिकारी ने बताया कि कृषि समन्वयक द्वारा अब तक 175 किसानों को पराली जलाने के रूप में चिन्हित किया गया है जो किसान पुआल या पराली को जलाएंगे उन्हें सरकार द्वारा दिए जा रहे सभी योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा इसके तहत बीज वितरण यंत्रीकरण मुख्यमंत्री बीज विस्तार योजना बीज ग्राम योजना हरित क्रांति योजना प्रधानमंत्री सम्मान कृषि योजना इत्यादि से किसानों को वंचित कर दिया जाएगा डीएम इनायत खान ने बताया कि पर पराली पुआल जलाने से वायु प्रदूषण फैलता है और उनके खेत को भी काफी नुकसान होता है इससे मिट्टी में पाए जाने वाले सूक्ष्म जीव विनस्ट हो जाते हैं जो कई वर्षों तक मिट्टी की उर्वरा शक्ति को कम कर देते हैं किसानों का मित्र केंचुआ जोकि कृषि उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है वह भी इसका भेंट चढ़ जाता है फसल अवशेष को नहीं जलाएं ,इसके बदले में कृषि प्रबंधन के द्वारा इससे इसको मिट्टी में मिलाएं ।इस प्रकार की कृषि यंत्र में सरकार के द्वारा 80% तक अनुदान दिया जा रहा है ना जलाएं पराली उसी मिट्टी में मिलाएं तभी आएगी हरियाली पराली को जमीन में मिलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती जाती है पर्यावरण संरक्षण के लिए आप सभी का सहयोग अपेक्षित है।