सासाराम
रोहतास जिले के लगभग 32 लाख लोगों की सेहत सुधारने की जवाबदेही संभालने वाला सदर अस्पताल खुद बीमार है। यहां की सफाई व्यवस्था इतनी लचर है कि एक तरफ गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है, वहीं नाले का गंदा पानी परिसर में फैल दुर्गंध दे रहा है। स्त्री रोग वार्ड, पुरुष वार्ड, ओपीडी से ले ब्लड बैंक व ड्यूटी कक्ष तक जलजमाव हुआ है। पानी के बीच आ-जाकरलोग अस्पताल में इलाज कराने पर मजबूर हैं। अस्पताल का ड्रेनेज सिस्टम ठप होने से बरसात में मरीज व उनके साथ आए परिजनों से ले चिकित्सक व चिकित्साकर्मियों की परेशानी बढ़ जाती है।
सदर अस्पताल को जल जमाव से मुक्ति दिलाने की दशा में गत चार वष्रों से अधिकारियों से ले विभागीय मंत्री तक आश्वासन दे चुके हैं । फरमान के बाद कुछ कनीय अधिकारी जायजा लेने अवश्य पहुंचते हैं, लेकिन कार्रवाई व उपाय अबतक सिफर है। दो वर्ष पूर्व निरीक्षण के दौरान डीएम पंकज दीक्षित द्वारा सदर अस्पताल में नासुर बनी जल जमाव का स्थायी निदान को ले दिया गया निर्देश भी कागज में ही सिमट कर रह गया है। उसके पहले राज्य के तत्कालीन स्वास्थ्यमंत्री तेज प्रताप यादव के अलावा राज्य स्वास्थ्य समिति के अधिकारी भी निरीक्षण के क्रम में सदर अस्पताल में व्याप्त जल जमाव की समस्या को 15 दिन के अंदर दूर करने का आश्वासन दे चुके हैं, जो अभी तक धरातल पर नहीं उतर सका है।
भयभीत हैं मरीज :
सदर अस्पताल में इलाज कराने आई नोखा की सावित्री देवी, अमरातालाब के शिवजग चौधरी, गौरक्षणी की आरती, पूजा, फजलगंज की इमिरती देवी, चौखंडी की शाहिना परवीन समेत अन्य ने कहा कि अस्पताल परिसर में ही जूता चप्पल निकालकर गंदे पानी के बीच चलना पड़ रहा है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। वहीं कर्मियों व कुछ चिकित्सकों की मानें तो केवल इच्छाशक्ति के अभाव में जल जमाव का स्थाई समाधान नहीं हो पा रहा है। जब चिकित्सक व कर्मी खुद सुरक्षित नहीं रहेंगे तो दूसरे का भला कैसे ठीक रख सकते हैं। पूरा परिसर डूबा हुआ है लेकिन न तो विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी चिता है, न ही प्रशासनिक अधिकारियों या नगर परिषद को।
कहते हैं अधिकारी :
सदर अस्पताल की विभिन्न समस्याओं के स्थाई निदान को ले विभाग प्रयासरत है। ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त होने के बाद ही अस्पताल परिसर में जल जमाव की समस्या दूर हो सकेगी। इसके लिए वरीय अधिकारी लगातार प्रयास कर रहे हैं। अस्पताल परिसर में बाहर के मोहल्लों से पानी आने व जल निकासी की व्यवस्था सु²ढ़ नहीं होने के कारण परेशानी हो रही है।
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