धनरुआ से कुणाल आनंद कि रिपोर्ट
मसौढी
धनरूआ प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय साईं, प्रा0 विद्यालय हिन्दी साईं, प्रा0 विद्यालय ऊर्दू साईं, प्रा0 विद्यालय चकसाई पूर्णतः बन्द पाया गया। आखिरकार इन सभी विद्यालयों के शिक्षकों/शिक्षिकाओं का यह रवैया किन्ही न किन्ही पदाधिकारियों के शह के कारण ऐसा देखने को मिल रहा है, जबकि बिहार सरकार इन शिक्षकों/शिक्षिकाओं को विद्यालय में उपस्थित रहकर अध्ययनरत बच्चों के ऑनलाइन क्लास चलाने के लिए बहुत पहले से ही आदेश देते हुए, विद्यालय अंतर्गत अन्य योजनाओं जैसे-मध्याह्न भोजन योजना ,पोशाक योजना, पाठ्य पुस्तक योजना,नेपकिन योजना की राशि सम्बन्धित बच्चों के खाते में हस्तांतरित करने हेतु आदेश दे चुकी है लेकिन शिक्षकों/शिक्षिकाओं का यह उदासीन रवैया अपनाने के कारण सैकड़ों बच्चों लाभ से वंचित हैं।तहकीकात जानने का प्रयास किया तो पता चला कि इन विद्यालयों के शिक्षकों/शिक्षिकाओं सप्ताह या महीने में एक-दो बार आते हैं और पूरे सप्ताह या महीने की उपस्थिति बनाकर अपने को बहुत ही काबिल एवं होशियार समझने लगते हैं। बच्चों के विकास से दूर दूर तक इनका नाता नहीं होता है, उन्हें सिर्फ अपने माहवार वेतन से मतलब होता है।