भाजपा सरकार के योजना के विपरीत किए जा रहे कार्य
सीतापुर से अजय सिंह की रिपोर्ट
स्वच्छता अभियान कि ठेकेदार उड़ा रहे जमकर धज्जियां विकासखंड लहरपुर की ग्राम सभा नया गांव नेवादा का हाल किस कदर बेहाल है जो सोचने योग्य है ग्राम सभा में 26 शौचालय आए हुए 26 शौचालयों को दो ठेकेदार बनवा रहे हैं एक ठेकेदार खड़ंजा लगा रहा है तो दूसरा ठेकेदार पीले ईट से बनवा रहा है एक बोरी घटिया सीमेंट में शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है शायद इसी कारण शौचालय प्रयोग योग्य नहीं हो पा रहे हैं अगर ग्राम सभा में देखा जाए तो 30% शौचालय धराशाई हो चुके हैं कुछ शौचालय तो ऐसे भी हैं जो अभी तक अधूरे पड़े हुए हैं इनका कारण घटिया सामग्री कही जा सकती है 26 शौचालय जो दो ठेकेदार बनवा रहे हैं संबंध में जब एडीओ पंचायत से बात की गई तो उन्होंने बताया अभी दिखा रहे हैं लेकिन समाचार लिखते समय तक कोई भी जांच अधिकारी ग्राम सभा में नहीं पहुंचा कहीं ना कहीं पर एडीओ पंचायत भी इसी दलदल मेंदेखे जा रहे हैं शायद ठेकेदार का ज्यादा लाभ होने के कारण दोनों ठेकेदार आपस में कहासुनी भी करते देखे जा सकते हैं स्वच्छता अभियान सरकार का जन महत्वाकांक्षी अभियान होते हुए भी ग्रामीण खुले में शौच करने को विवश हैं जबकि सरकार का कहना है शिथिलता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी उसके बावजूद भी जिम्मेदार है कि सरकार के आदेशों की अनदेखी कर योजनाओं में आ रहे धन को बंदरबांटकर तिजुरिया भर रहे हैं ऐसी स्थित में कागजों पर भले ही गांव खुले में शौच मुक्त हो गए हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है आज भी लगभग 70 प्रतिशत लोग खेतों में शौच के लिए जाते हैं जो गांव में बनाए गए इज्जत घर इस लायक ही नहीं हैं कि उन्हें ग्रामीण जन प्रयोग कर सकें ठेकेदारी प्रथा से बनाए गए इज्जत घरों में मानक विहीन सामग्री के साथ साथ सारे मानकों को ताख पर रखकर बनाए गए किसी इज्जत घर में सीट नहीं तो किसी में पल्ला नहीं तो किसी में गड्ढे का निर्माण 2 साल होने के बावजूद भी इज्जत घर बेइज्जत हो रहे हैं जिम्मेदार ने अपने कर्तव्यों को पूरा किया दोनों हाथों से जेब का वजन बढ़ाया आपको बताते चलें ऐसा ही हाल पर्सिया नेरिया का जोकि इज्जत घरों के इज्जत के साथ जिम्मेदारों के द्वारा बेइज्जत कर दिया गया और जिम्मेदार दोनों हाथों से धन को बटोरते रहे ग्राम सभा में काफी शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं और अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहे हैैं