प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
ताजपुर
पूर्व प्रस्तावित एवं सर्वेक्षित अंग्रेज जमाने के बसा एवं वृहत क्षेत्र में फैला ताजपुर बाजार को नगर पंचायत का दर्जा देने की मांग को लेकर 15 दिन से जारी “नप का दर्जा दो” मुहिम के अंतिम दिन शनिवार को दर्जनों सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने सघन जनसंपर्क अभियान चलाकर ताजपुरवासियों से अपने- अपने परिजनों के साथ अपने- अपने घरों में धरना देकर अपनी आवाज को पटना- दिल्ली तक पहुंचाने की अपील की. “ताजपुर को नगर पंचायत का दर्जा दो” नारे लिखे कार्डबोर्ड भी धरना के दौरान आंदोलनकारी अपने हाथों में लहरायेंगे साथ ही इसकी तस्वीर खींचकर, विडियो बनाकर सोशल, पोर्टल, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को भेजेंगे. इस आशय की जानकारी देते हुए आंदोलन के मुख्य कंपेनर सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि यह आंदोलन किसी भी दल से जुड़ा नहीं है. इसमें सभी दलों एवं जनप्रतिनिधियों से भाग लेने की अपील की गई है. कई दलों ने आंदोलन में भाग लेने की सहमति जताई भी जताई है. श्री सिंह ने आगे कहा कि जनप्रतिनिधि अपने लूट पर प्रशासनिक एवं सरकारी कारबाई के डर से चुप रहते हैं. इस चुप्पी के कारण ताजपुर बर्बाद होकर रह गया है. अनुमंडल, विधानसभा क्षेत्र,दुध कारखाना, नून नदी परियोजना, चप्पल फैक्ट्री, रौड फैक्ट्री, 2 सौ बेड का अस्पताल समेत दर्जनों कल- कारखाने एवं कार्यालय या तो बंद हो गये या अन्यत्र स्थानांतरित कर दिए गये. तीन- तीन बार नगर पंचायत का उद्धाटन होते- होते रह गया. इस प्रखंडवासी ऐसा नहीं होने देंगे. नप का दर्जा मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा. जनसंपर्क अभियान में आशिफ होदा, मो० एजाज, पंसस नौशाद तौहिदी, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, संजय शर्मा, बासुदेव राय, मुकेश कुमार गुप्ता, विजय कुमार, जीतेंद्र सहनी, मनोज सिंह समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।