करगहर/रोहतास/बिहार
संवाददाता—मो०शमशाद आलम
इस शिक्षा से राष्ट्र का रक्षा एवं भारत के सभी नागरिक ,सभी धर्मों के बीच समरसत का भाव जगाने का काम किया जाता है,एकल विधालय के माध्यम से गांव का सर्वांगीण विकास हेतु पांच शिक्षा संचालित किया जाता है। जिसमें प्राथमिक शिक्षा के माध्यम से गांव के 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा के साथ-साथ खेल, गीत, कहानी के माध्यम से शिक्षित किया जाता है। दूसरा आरोग्य शिक्षा के माध्यम से गांव की महिलाओं को संगठित कर गांव को रोग मुक्त बनाने का प्रयास किया जा रहा है। एकल अभियान द्वारा तीसरा काम गांव के किसानों का विकास करने के लिए जैविक खेती पर विशेष जोर दिया जाता है। किसानों को जैविक खाद तैयार करने की प्रक्रिया बताई जाती है। गाै मूत्र से कीट नियंत्रक तैयार कर रासायनिक खाद एवं दवा से खर्च को कम किया जा रहा है। चौथा कार्य आरटीआई के माध्यम से सरकार की योजनाओं की जानकारी गांव के नवयुवकों के माध्यम से लेकर गांव के लोगों को जागृत किया जा रहा है एवं संस्कार शिक्षा द्वारा प्रत्येक गांव में सप्ताहिक सत्संग के माध्यम से व्यसन मुक्ति कार्यक्रम चलाया जा रहा है।जिसकी अध्यक्षता करते हुए संच प्रमुख बच्चा सिंह यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमारा शिक्षा संस्कृति और देश की रक्षा हेतु एकल विधालय अभियान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।वहीं एकल विधालय में पढने वाले गरीब बच्चों के बीच कापी कलम वितरण किया गया।कार्यक्रम का संचालन तेजनारायण सिंह ने किया।मौके पर माकपा नेता महेंद्र प्रसाद गुप्ता, एएसआई राम अवतर सिंह, धंनजय पांडेय, निरंजन तिवारी, ,रामाशंकर सिंह प्रशिक्षक रविंद्र कुमार , मिथलेश सिंह,रवि जी,राजू साह सहित क्षेत्र से आये एकल विधालय के शिक्षक व शिक्षिका व छात्र,छात्राओं उपस्थित थे।