रिपोर्ट:-बलराम कुमार
त्रिवेणीगंज /सुपौल/बिहार
मामला सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल की है।
परिवार नियोजन कराने आए महिलाएं के परिजनों ने बताया की अस्पताल में विधि व्यवस्था की खुलेआम उड़ाई जा रही है धज्जियां।
बताया जा रहा है की यहां मरीजों को कंपकपाती ठंढ में फर्स पर सुलाया जा रहा है।
बताया जा रहा है की बेड की भाड़ी कमी है।
वहीं मरीजों से रुपए भी वसूले जाते हैं।
साथ ही दवाई, सुई भी बाहर से मंगवाना पड़ रहा है।
कहने को सरकार लाख दावे करती है की स्वास्थ्य व्यवस्था पर करोड़ों खर्च किए जाते हैं।
लेकिन यहां धरातल पर तो कुछ और ही बयां कर रही है।
विधि व्यवस्था तो खराब है ही साथ ही मरीजों को दवाई भी नहीं मिल रही है।
ऊपर मरीजों से रुपए भी वसूली किए जाते हैं।
यहां डॉक्टरों की भी कमी देखी जा रही है।
अब देखना है की सुशासन बाबू के राज में कब तक स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्था सुधरती है।
सरकारी स्वास्थ्य विभाग नाम की रह गई है।
विभाग के काम तो ऊपर ही रह जाते हैं।