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हम किसी की उपेक्षा नहीं करते बल्कि सबका उत्थान करते हैं:- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में नवादा में कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया

पटना:- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज जल-जीवन-हरियाली यात्रा के क्रम में नवादा जिला अंतर्गत रजौली प्रखंड के हरदिया ग्राम पंचायत में आयोजित जागरूकता सम्मेलन में 180 करोड़ 98 लाख रुपये की लागत वाली 57 योजनाओं का उद्घाटन एवं 389 करोड़ 26 लाख रुपये की लागत वाली 256 योजनाओं का शिलान्यास रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट का अनावरण कर किया। जागरूकता सम्मेलन को लेकर आयोजित जनसभा को लेकर बने मंच पर मुख्यमंत्री को पौधा एवं अंगवस्त्र भेंटकर नवादा जिलाधिकारी ने उनका अभिनंदन किया। दीप प्रज्ज्वलित कर जागरूकता सम्मेलन का मुख्यमंत्री ने विधिवत उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम एवं जल-जीवन-हरियाली अभियान से संबंधित पुस्तक का भी विमोचन किया।

इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली योजना के तहत प्राणचक तालाब के सौंदर्यीकरण कार्य का उद्घाटन कर परिसर में वृक्षारोपण किया। आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र के पास सोख्ता निर्माण, टपकन सिंचाई पद्धति एवं मल्च के साथ शुरू की गयी केला एवं शिमला मिर्च की खेती के बाद लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के अन्तर्गत ग्रामीण जलापूर्ति एवं स्वच्छता परियोजना (नीर निर्मल परियोजना) फुलवरिया जलाषय का निरीक्षण कर पूरी प्रक्रिया का अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद इनटेक वेल का मुआयना किया। मुख्यमंत्री ने वर्षा जल संचयन एवं भूजल संवर्द्धन हेतु रिचार्जिंग पीट, सौर चलित लाइटिंग सिस्टम, नीर निर्मल योजना अंतर्गत निर्मित बहुग्रामीय जलापूर्ति योजना रजौली, स्वास्थ्य उपकेंद्र सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हरदिया रजौली एवं हरदिया ग्राम में बने तालाब का शिलापट्ट का अनावरण कर लोकार्पण किया। यहाॅ विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का भी मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया।

जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने जागरूकता सम्मेलन में उपस्थित लोगों का हृदय से अभिनंदन करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि आप सबके बीच उपस्थित होकर मुझे बेहद खुशी हो रही है। आपने जब से हमें काम करने का मौका दिया है, तब ही से हम न्याय के साथ विकास का काम कर रहे हैं। हमने हाशिये पर खड़े सर्व समुदाय के लोगों के उत्थान के लिये भी विशेष काम किया है। विशेष पहल कर लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में काम किया गया है। बिहार में आबादी का घनत्व सबसे
अधिक होने के बावजूद भी विकास कार्यों के जरिये देश और दूसरे प्रान्तों के औसत विकास दर को पछाड़ते हुए पिछले वर्ष हमलोगों ने बिहार का विकास दर 11.3 प्रतिशत तक पहुंचाने
में कामयाबी हासिल की। कृषि रोड मैप के जरिये कृषि के क्षेत्र में बेहतर काम हुआ और अब हमलोग 7 निश्चय योजना के माध्यम से पूरे बिहार के लोगों तक हर जरूरी बुनियादी सुविधाएं पहुंचा रहे हैं। अगले वर्ष चुनाव में जाने से पहले हर घर नल का जल, हर घर तक शौचालय निर्माण के साथ-साथ हर घर तक पक्की गली-नाली निर्माण का काम पूरा करा देंगे। नारी उत्थान के लिए वर्ष 2006 में कानून बनाकर पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकाय के चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मुहैया कराने वाला देश का पहला राज्य बिहार है। पुलिस के अलावा राज्य सरकार की सभी नियुक्तियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण का लाभ दिया गया। सरकारी विद्यालय में पढ़ने वाली बालिकाओं के लिए पोशाक योजना और 9वीं कक्षा में उन्हें साइकिल योजना का लाभ दिया गया जिसका नतीजा है कि आज 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर है। पहले 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या 1 लाख 70 हजार थी जो अब बढ़कर 9 लाख से भी अधिक हो गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस इलाके का 90 गाँव फ्लोराइड प्रभावित है जहां शुद्ध पेयजल पहुंचाने की दिशा में काम तेजी से किया जाय। आज इसका उद्घाटन भी हो गया है।
दिसंबर माह तक इस काम को पूरा कराने का लक्ष्य था, मैं इसके लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को बधाई देता हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि 9 जुलाई 2015 को एक सम्मेलन में महिलाओं की मांग पर शराबबंदी लागू की गई, इससे महिलाओं और बच्चों को काफी

फायदा पहुंचा है। महिलाओं से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज मे चंद लोग गड़बड़ करने वाले होते है उन्हें समझाना होगा। शराबबंदी के अभियान को निरंतर जारी रखना होगा। उन्होंने कहा कि विकास के साथ-साथ हम समाज सुधार का काम भी करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि अभी दो दिन पहले ही राजस्थान से एक टीम बिहार में जगह-जगह शराबबंदी के प्रभाव का अध्ययन करने आयी थी। वहाॅ की सरकार ने उनको भेजा था। टीम
के सदस्यों ने स्थानीय लोगों से बातचीत की, समझा और देखा कि बिहार में शराबबंदी प्रभावी

तरीके से लागू है। कुछ लोग हैं जिन्हें पीने का मन करता है तो वे शराब की होम डिलीवरी जैसी फिजूल बातें कर अफवाह उड़ाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ हम निरंतर अभियान चला रहे हैं। बाल विवाह की शिकार अधिकांश महिलाओं की मौत हो जाती है और उनसे जो बच्चे पैदा होते हैं, वे अनेक समस्याओं से ग्रसित होते हैं।

बाल विवाह के कारण पैदा हुये बच्चे बौनेपन के षिकार हो जाते हैं इसलिये इन सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ व्यापक जन चेतना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और मौसम में बदलाव के कारण बिहार कभी बाढ़ तो कभी सुखाड़ का दंश झेल रहा है। पिछले वर्ष बिहार के सभी 534 प्रखंडों में से 280 प्रखण्ड को सूखाग्रस्त घोषित करना पड़ा। जलवायु परिवर्तन के कारण पर्यावरण में आए बदलाव को देखते हुए हमने इस वर्ष 13 जुलाई को विधानमंडल सदस्यों की एक संयुक्त बैठक बुलाई जो आठ घंटे तक चली। इसी बैठक में हमलोगों ने पूरे बिहार में जल-जीवन- हरियाली अभियान चलाने का निर्णय लिया। इस अभियान में जलवायु के अनुकूल कृषि कार्यक्रम को भी जोड़ा गया है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत अगले 3 वर्षों में 24 हजार 500 करोड़ रूपये की राशि खर्च कर 11 सूत्री कार्यक्रम को मिशन मोड में पूरा करना है ताकि जलवायु परिवर्तन के कारण उत्पन्न संकट से लोगों को निजात दिलाया जा सके। इसके लिए सोखते का निर्माण, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, वृहत पैमाने पर वृक्षारोपण, आहर-पईन, तालाब, सार्वजनिक कुंओं, नलकूपों का जीर्णोद्धार कराने के साथ ही उसे अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा। मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाने के लिये लोगों को प्रेरित किया जायेगा, इसके लिए एक टीम बनाई गई है जो लोगों को सुझाव देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में 15 जून से ही माॅनसून की शुरुआत हो जाती थी और औसतन 1200 से 1500 मिलीमीटर वर्षापात हुआ करता था लेकिन पिछले तीस सालों के वर्षापात का अगर रिकॉर्ड देखें तो यह 1027 मिलीमीटर पर पहुँच गया है। वहीं विगत 13 वर्षों के वर्षापात के आंकड़ों को देखें तो यह घटकर 901 मिलीमीटर पर पहुँच गया है। हमने देखा कि इस वर्ष भूजल स्तर दक्षिण बिहार के साथ-साथ उत्तर बिहार के दरभंगा में भी काफी नीचे चला गया था। राजगीर और बोधगया के बाद दूसरे चरण में गंगा का जल नवादा में पहुंचाने का हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि झारखंड अलग होने के बाद बिहार में हरित आवरण मात्र 9 प्रतिशत ही रह गया था। वर्ष 2012 से हरियाली मिशन के तहत पूरे बिहार में 19 करोड़ पौधे लगाये गये, जिसके बाद बिहार का ग्रीन कवर एरिया बढ़कर 15 प्रतिशत पर पहुंच गया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत 8 करोड़ पौधे और लगवाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सौर ऊर्जा ही अक्षय ऊर्जा है जो हमें पृथ्वी का अस्तित्व बरकरार रहने तक सदैव मिलता रहेगा। ग्रिड के माध्यम से हम जो बिजली पहुंचा रहे हैं, उसकी एक समय सीमा है क्यांेकि कोयले का सीमित भंडार है इसलिए सौर ऊर्जा के प्रति हमलोग लोगों को प्रेरित करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि फुलवरिया जलाशय इतना बड़ा और बढ़िया है कि ऐसा डैम पूरे बिहार में कहीं नहीं है। वहां के पानी को शुद्ध करके 90 फ्लोराइड प्रभावित गावों के लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। वहां जो करीब 8-9 गांव हैं, वहां के लोगों के सुगमतापूर्वक

आवागमन की भी व्यवस्था की जाएगी। हम किसी की उपेक्षा नहीं करते बल्कि सबका उत्थान करते हैं। कुछ लोगों की प्रवृत्ति होती है झगड़ा लगाने की लेकिन हमलोगों का विचार हमेशा एकजुट करने का रहा है इसलिए एक-दूसरे के प्रति मन मे श्रद्धा, प्रेम और भाईचारे का भाव रखना चाहिये, इससे देश और समाज आगे बढ़ेगा।

जनसभा में उपस्थित लोगों से आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से बचने एवं पर्यावरण को ठीक रखने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 में शराबबंदी के पक्ष में 4 करोड़ लोगों ने हाथों में हाथ डालकर अपना जन समर्थन दिया था। 21 जनवरी 2018 को बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ 14 हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनायी गयी थी। अब एक बार फिर 19 जनवरी 2020 को आधे घंटे के लिए दहेज प्रथा एवं बाल विवाह के खिलाफ जबकि शराबबंदी और जल-जीवन-हरियाली अभियान के पक्ष में मानव श्रृंखला का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है। इस बार का लक्ष्य 16 हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाने की है जो आप सबकी भागीदारी से ही सफल होगा। मुख्यमंत्री की अपील पर जनसभा में मौजूद लोगों ने हाथ उठाकर मानव श्रृंखला में शामिल होने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि जल महत्वपूर्ण है, यह लोगों को समझाना होगा क्यांेकि जल और हरियाली के बीच ही जीवन है। जल-जीवन-हरियाली अभियान का मकसद है जलवायु परिवर्तन में सुधार, पर्यावरण संकट से छुटकारा एवं सामाजिक जागृति लाना। मनुष्य को यदि अपना और पशु-पक्षियों का जीवन बचाना है तो जल के साथ-साथ हरियाली को बचाने के लिए भी सचेत और जागरूक होना पड़ेगा।

जनसभा को ग्रामीण विकास, संसदीय कार्य एवं नवादा जिले के प्रभारी मंत्री श्री श्रवण कुमार, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री विनोद नारायण झा, मुख्य सचिव श्री दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक श्री गुप्तेश्वर पाण्डेय एवं जिलाधिकारी श्री कौशल कुमार ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर सांसद श्री चंदन कुमार, विधायक श्री प्रकाश वीर, विधायक श्री कौशल यादव, विधायक श्रीमती पूर्णिमा यादव, विधान पार्षद श्री सलमान रागीव, पूर्व विधायक श्री

कन्हैया रजवार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री चंचल कुमार, ग्रामीण विकास विभाग के सचिव श्री अरविंद कुमार चैधरी, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के सचिव श्री जितेंद्र श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के सचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, वाणिज्य-कर विभाग की सचिव श्रीमती प्रतिमा एस0 वर्मा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, जल-जीवन-हरियाली मिशन के मिशन निदेशक श्री राजीव रौशन, मगध प्रमण्डल के आयुक्त, मगध जोन के पुलिस महानिरीक्षक श्री पारस नाथ, पुलिस अधीक्षक श्री हरि प्रसाथ सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, वरीय अधिकारीगण, जीविका की दीदियां एवं बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे।

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