बक्सर : कोरोना संक्रमण के खतरे से निजात के लिए सरकार द्वारा जारी निर्देश मुखिया जी को रास नहीं आ रहा है। मुखिया जी की उदासीनता का प्रत्यक्ष प्रमाण पंचायतों में मास्क और साबुन का वितरण का मामला है। इस निर्देश के 10 दिन से अधिक हो गए। लेकिन, अभी तक किसी भी पंचायत में मास्क और साबुन का वितरण नहीं हो पाया है।
कुछ मुखिया तो पूर्व में अपने पंचायत में वितरित किए गए मास्क और साबुन को इस नए निर्देश में जोड़कर बिल भंजाने की तैयारी में जुट गए हैं। एक तरफ लोग अपने पंचायत में मास्क और साबुन का वितरण का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ मुखिया जी सरकार के नए निर्देश पर चुप्पी साधे बैठे हैं। यह स्थिति सिमरी, चक्की, ब्रह्मपुर, चौगाई, नावानगर आदि प्रखंडों में भी समान रूप से कायम है।
मुखिया को रास नहीं आ रहा है सरकारी निर्देश
मुखिया जी को सरकार का निर्देश रास नहीं आ रहा है। सरकार ने निर्देशित किया है कि मास्क और साबुन का वितरण पंचायत के पंचम वित्त आयोग की धनराशि से की जाएगी। पंचायत राज विभाग से सचिव अमृत लाल मीणा ने 11 मई को भी इस आलोक में निर्देश जारी कर दिया है। लेकिन, उन्होंने अपने संशोधित निर्देश में पंचायत के मुखिया जी को मास्क की खरीद जीविका दीदी या फिर खादी ग्राम उद्योग से करने का निर्देश दे दिया और बात यही आकर अटक गई। अभी तक कोई भी मुखिया अपने पंचायत में मास्क और साबुन का वितरण नहीं कर पाए हैं। गुरुवार को प्रखंड कार्यालय में बीडीओ के साथ हुई बैठक में मुखिया ने स्पष्ट कर दिया कि वे अपने पंचायत में मास्क निर्माण का आर्डर दे चुके हैं। ऐसे में जीविका या फिर खादी ग्रामोद्योग से मास्क की खरीद संभव नहीं है।
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बैठक में कई मुखियों का कहना है कि मास्क निर्माण का आर्डर अन्यत्र दिया जा चुका है। ऐसे में जीविका दीदी या फिर खादी ग्रामोद्योग से मास्क की खरीद संभव नहीं है। अभी तक किसी पंचायत में निर्देश के अनुरूप साबुन या मास्क का वितरण नहीं हुआ है।