खगड़िया । सरकारी निर्देशानुसार पंचायत स्तर पर हर परिवार को मास्क व साबुन उपलब्ध कराए जाने की योजना में मास्क के नियमों की अनदेखी के साथ गुणवत्ता विहीन मास्क वितरण किए जा रहे हैं। हालांकि अभी सभी पंचायतों में मास्क वितरण कार्य आरंभ नहीं हुआ है। दो दर्जन से अधिक पंचायत में मास्क व साबुन वितरण कार्य जारी है। जहां कुछ जगहों को छोड़ अधिकांश जगहों पर मास्क वितरण में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। कहीं लोगों के बीच सर्जिकल मास्क दिए जा रहे हैं तो कहीं कपड़े के एक लेयर वाले मास्क देकर खानापूर्ति की जा रही है। हालांकि साबुन स्तरीय कंपनी के दिए जा रहे हैं। जानकारों के अनुसार सर्जिकल मास्क का उपयोग मात्र एक बार ही किया जा सकता है। वहीं एक लेयर वाला कपड़े का मास्क कामचलाऊ होता है। यह पूरी तरह वायरस रोकने में सक्षम नहीं है। सरकारी निर्देश के अनुसार मास्क कपड़े के दोहरे परत वाले वितरण किए जाने हैं। जिसके लिए प्रत्येक मास्क 20 रुपये निर्धारित है। परंतु, इस योजना में खानापूर्ति कर पैसे बचाने का प्रयास मुखियागण करने में लगे हैं। कहने पर मास्क की अनुपलब्धता बताते हुए जो उपलब्ध हो रहा है वह लोगों के बीच बांटे जा रहे हैं, का राग अलापते हैं।
मास्क व साबुन वितरण को लेकर क्या है निर्देश
सरकारी निर्देश के अनुसार हर परिवार को एक सौ रुपये मूल्य अंतर्गत 20 रुपये प्रति मास्क की दर से चार मास्क और 20 रुपये मूल्य के एक या दो साबुन दिया जाना है। मास्क को लेकर कपड़े का मास्क ही वितरण करने का निर्देश है। जो डबल लेयर के हों। इसके लिए पंचायत स्तर पर नौ लाख की राशि आवंटित है। हालांकि इस मद के पैसे अभी पंचायतों में नहीं दिए गए हैं। पर इस कार्य में पंचम वित्त आयोग मद की राशि खर्च करने का निर्देश है।
कोट
पंचायतों में हर घर चार मास्क व 20 रुपये मूल्य तक के एक साबुन दिए जाने की योजना है। वितरण कार्य जारी है। जिसे लेकर पंचम वित्त आयोग मद से राशि खर्च करने का निर्देश है। मास्क जीविका दीदी से खरीद करने के निर्देश भी दिए गए हैं। मास्क गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए। अगर कहीं गुणवत्तापूर्ण मास्क नहीं दिए जा रहे हैं, तो लोग शिकायत करें। जांचकर कार्रवाई होगी