ETV News 24
Other

करूणा हॉस्पिटल की मनमानी से प्रखंड समन्वयक की स्थिति गंभीर,पॉपुलर हॉस्पिटल बनारस में भर्ती

करगहर — करगहर प्रखंड में कार्यरत प्रखंड समन्वयक कृष्णा सिंह के डियूटी के दौरान अचानक तबीयत गंभीर रूप से खराब होने से पेट में असहनीय दर्द शुरू हो गई जिसके बाद आनन फानन में उनको उनके निजी वाहन से बिक्रमगंज के करूणा हॉस्पिटल में उनके सहयोगियों द्वारा इलाज के लिए पंहुचा गया ,जहाँ के डाक्टर कामेंदर सिंह ने इलाज करने के बजाय उनको हॉस्पिटल में भर्ती लेने से इंकार कर दिये।रोगी की स्थिति बिगड़ने लगी उन्हें इलाज की सख्त जरूरत थी ।परतुं डा०कामेंदर सिंह के कानों में जू तक नही रेंगा।परिजनों व सहयोगियों ने बताया कि इसकी जानकारी किसी तरह जिलाधिकारी महोदय को मिली तो उन्होंने ने तुरंत बिक्रमगंज के अनुमंडल पदाधिकारी से बात कर रोगी को हॉस्पिटल में एडमिट करने की बात कही ,जिस पर अनुमंडल पदाधिकारी ने हॉस्पिटल में फोन से बात कर रोगी को एडमिट करने बात कही,तब जाकर रोगी को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।भर्ती लेने के बाद डाक्टर साहब ने रोगी के इलाज करने के बजाये,रोगी प्रखंड समन्वयक कृष्ण सिंह को डांट -फटकार करने लगे की डीएम और एसडीओ से फोन कराते हो ।दर्द से बेचैन रोगी डाक्टर साहब से जिंदगी बचाने व इलाज के लिए रो रो कर आग्रह करते रहे। जिसके बाद भी रोगी के इलाज नही किया गया।फिर इसकी सूचना विक्रमगंज अनुमंडल पदाधिकारी को मिली तो उन्होंने ने डाक्टर को डांट फटकार लगायें।तब जाकर डाक्टर साहब के द्वारा किसी तरह खिड़की में हाथ घुसा कर रोगी को एक इंजेक्शन लगाएं और उसके बाद अन्य जगह इलाज के लिए जाने का आदेश दियें।वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के पूर्णतः लाक डाउन के चलते बाहर ले जाना मील का पत्थर साबित हो रहा था।किसी तरह उनके सहयोगी पर्यवेक्षक संदीप कुमार यादव,एवं उनकी पत्नी कोचस प्रखंड के समन्वयक किरण कुमारी एवं उनके दो भाई राहुल व अशोक के द्वारा रोगी के लेकर आनन फानन में इमरजेन्सी हॉस्पिटल बनारस के निकलना पड़ा।बनारस में कोरोना संक्रमण के वजह से सील था,किसी तरह वहां डियूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोगी हालत देखकर जाने दी। जिसके बाद किसी तरह रोगी को पॉपुलर हॉस्पिटल बनारस में भर्ती कराया गया।जहा के डाक्टरों द्वारा रोगी के चेक कर बताया गया कि गॉलब्लेडर में 18.4एमएम का स्टोन है यह स्टोन रोगी के लीवर को काफी खरोज दिया है जिसके कारण लीवर में काफी सूजन हो गया और गंभीर जॉन्डिस है।जिसका अभी इलाज बनारस के पॉपुलर हॉस्पिटल में चल रहा है।अभी स्थिति गंभीर बनी है।करूणा हॉस्पिटल के इस तहर के व्यवहार से प्रखंड व अंचल कर्मियो में आक्रोश है।अब सवाल उठता है कि डाक्टर को भागवान का दुसरा रूप माना गया है लेकिन ऐसा रवैया रोगियों के प्रति सही है ,लोगों का विश्वास डाक्टर पर उठ जायेगा।

Related posts

पिस्तौल की नोक पर अपराधी  वैगनार कार लेकर भागे,जांच में लगी पुलिस, मामला संदेहात्मक

admin

जोखिम में डालकर जीने को हैं विवश , तीन बार टूटकर गिर चुका है तार , हादसे की चपेट में आने से बाल -बाल बचे हैं लोग

admin

नदी किनारे मिली अज्ञात महिला की लाश, इलाके में अफरातफरी का माहौल

admin

Leave a Comment