नीरज कुमार बिहार हेड
बिहार में (पटना) में
लगातार बढ़ते अपराध ने सूबे में पुलिसकर्मियों को परेशान कर रखा है। और विपक्ष सरकार पर लगातार हमलावर है।
जनता भी त्रस्त है।
पटना : इसमें कोई राय नही की सूबे में संगठित अपराध का सफाया हो चुका है।परंतु अपराधियों की नई पौध ने नये और चुनौतीपूर्ण अपराध को जन्म दिया है। इसमें आधे अपराधी गिरफ्तारी के बाद नाबालिक निकलते हैं और इसका कानूनी फायदा उठाकर सुधारगृह से छूट कर फिर से अपराध में लग जाते हैं। बाकी बचे आधे अपराधी 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग के होते हैं और ये सारे अपराधी सिर्फ पैसे के लिये अपराध करते हैं।
डीजीपी की सख़्ती के बावजूद भ्रष्टाचार अभी पूरी तरह ख़त्म नहीं हो सका है | और यही कारण है कि डी जी पी गुप्तेश्वर पांडेय लगातार करवाई में लगे हैं। अब उनकी नजर आला अधिकारियों पर भी है जो सिर्फ ऑफिस में कुर्सियां तोड़ते रहते हैं। सूत्रों के अनुसार मुजफ्फपुर आई जी और वैशाली एस पी के कार्यलय से दो दो पुलिसकर्मियों को लापरवाही और अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है।
इसके साथ ही उन्होंने आला अधिकारियों को ये संदेश दिया है की हर हाल में अपराध पर नियंत्रण होना चाहिये। अधिकारी काम करें औऱ अपराध पर नियंत्रण करें वरना अगले करवाई का इंतजार करें।।