सासाराम
रोहतास जिले के करगहर में किसानों का गुस्सा इस कदर फूटा कि उन्होंने अपने ही पैदावार को जलाया। ज्ञातव्य हो कि किसान महासंघ के द्वारा प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन व नारेबाजी करते हुए अपनी ज्वलंत समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने के लिए धान की फसल को जलाया । किसान महासंघ के संस्थापक रामाशंकर सरकार ने बताया कि इस वर्ष सरकार द्वारा पंचायत स्तर पर कृषि चौपाल के माध्यम से किसानों को भयभीत किया गया डर से किसान धान के कटनी देर से शुरू किया, सरकार द्वारा 15 नवंबर से धान की खरीद करने की घोषणा की गई थी लेकिन इस वर्ष सरकार विभिन्न बहाना बनाकर अभी तक किसानों की धान की खरीदारी नाम मात्र की है वर्ष 2015 में पूर्व किसानों के धान की खरीदारी सरकार द्वारा एसएफसी, एफसीआई, एवं विभिन्न एजेन्सी के द्वारा धान खरीद कर रही है, लेकिन अब पैक्स ही धान की खरीद कर रहा है।जो सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य भी पूरा नहीं कर पा रहा है। सरकार की धान खरीदारी में एक और जटिल तरीका अपना रही है ताकि किसानों को धान खरीदा ना जा सके 17% नमी पर धान की खरीदारी सरकार द्वारा पैक्स के माध्यम से कराया जा रहा है। तत्काल धान खरीदने की प्रक्रिया सुधार करते हुए किसानों से धान खरीद युद्ध स्तर पर शुरू करने की मांग की तथा आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि सत्याग्रह शुरू किया जाएगा।