सहरसा
एनपीआर एवं एनआरसी का विरोध पुरजोर तरीके से किया जा रहा है। जिसको लेकर चंपारण की धरती से इस आंदोलन का शुभारंभ किया गया है, जिसका समापन आगामी 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान से बिगुल फूंक कर किया जाएगा। केंद्र सरकार चाहे जितना भी अपना पीठ थपथपा ले लेकिन उसके विकास का ढोल फट चुका है। किसान खेत में मर रहे हैं तो सैनिक सीमा पर गोली खा रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार धर्म के नाम पर एनपीआर एवं एनआरसी के माध्यम से नफरत फैला रही है। सीएए एवं एनआरसी संविधान की आत्मा एवं प्रस्तावना पर हमला है। कन्हैया ने कहा कि सरकार वादा खिलाफी कर जनता को नफरत की आग में झोंक रही है। कालाधन वापस लाने के मुद्दे पर भी सरकार खेल रही है। उसके द्वारा नोटबंदी का उठाए गए कदम से भी काला धन वापस नहीं आया। सरकार बेरोजगारी रोक पाने में विफल तो है ही साथ ही महिलाओं पर अत्याचार भी रोक पाने में विफल है। सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा देती है। लेकिन आज महिलाओं पर अत्याचार काफी बढ़ा हुआ है। वहीं सुपौल में अपने काफिले पर हमला पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म में अतिथि देवो भव कहा गया है। उनके काफिले पर हमला कहां का न्याय है। सरकार लोगों को बरगला रही है कि धर्म खतरे में है। अगर धर्म और अपने भगवान पर उन्हें भरोसा है तो सत्य से क्यों डर रहे हैं। आने वाला चुनाव सरकार को करारा जवाब देगा। क्योंकि एक बड़े आदमी और एक गरीब का भी वोट बराबर है। यह लोकतंत्र की ताकत है। मंच से उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मोटा भाई सीएए को नागरिकता देने का कानून बताते हैं, लेने का नहीं। लेकिन असम में लागू किए जाने के बाद 19 लाख लोग इसे बाहर हो गए। जिसमें 15 लाख सिर्फ हिंदू समुदाय के लोग हैं। अब जुमले की सरकार नहीं चलने वाली है। लोजद जिलाध्यक्ष धनिकलाल मुखिया की अध्यक्षता में चली कार्यक्रम में युवा लोजद के प्रदेश महासचिव उमर हयात गुड्डु, युवा जिलाध्यक्ष धीरेंद्र यादव, प्रेमलाल सादा, शेर अफगान मिर्जा, रालोसपा जिलाध्यक्ष शिवेंद्र कुमार जिशु, कांग्रेस जिलाध्यक्ष विद्यानंद मिश्र, युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सुदीप कुमार सुमन, जाप जिलाध्यक्ष महबूब आलम जिबु, छात्र राजद नेता बिंदन यादव, जाप छात्र परिषद के जिलाध्यक्ष नरेश निराला, अनुज कुमार, हम महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रिभा देवी, जावेद अनवर चांद, सीपीआई के विजय कुमार यादव, परमानंद ठाकुर, सीपीएम के विनोद कुमार, रणधीर कुमार, माले के ललन यादव, मुकेश कुमार, विक्की राम, कुंदन कुमार, द ग्रेट भीम आर्मी के संजय पासवान, शंकर कुमार, चोसन कुमार, महताब आरिफ, सिंटू मौजूद थे।