टिकारी/गया
टिकारी से ओमप्रकाश की रिपोर्ट
एक भारत ही सर्वश्रेष्ठ हो सकता है और इसकी श्रेष्ठता के कई पहलू हैं । भारत की विविधता में इसकी श्रेष्ठता है जिसको आप देश के भूगोल, राज्यों, देशवासियों, धर्म और संस्कृति में देख सकते हैं । ज़रूरत इस बात की है कि हम भारतवासी इसकी श्रेष्ठता को समझें और देश के विकास में सहयोग दें तो भारत सर्वश्रेष्ठ बन सकता है और विश्वगुरु की परिकल्पना कर सकता है।ये बातें दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय (सीयूएसबी) के मननीय कुलपति प्रोफेसर हरिश्चन्द्र सिंह राठौर ने विवि के एक भारत श्रेष्ठ भारत क्लब के तत्वाधान में आयोजित विशेष कार्यक्रम में कही। माननीय कुलपति ने कहा कि श्रेष्ठ सोच से ही भारत सर्वश्रेष्ठ बन सकता है और इसमें देश के युवाओं की भूमिका अहम है।
जन संपर्क पदाधिकारी मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने बताया कि इस अवसर पर प्रोफ़ेसर राठौर के साथ कुलसचिव कर्नल राजीव कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक श्रीमती रश्मि त्रिपाठी के साथ विवि के प्राध्यापकगण, अधिकारीगण एंव बड़ी संख्या में विधार्थी मौजूद थे।
पीआरओ ने बताया कि भाषण के पश्चात इस अवसर पर
माननीय कुलपति ने एक भारत श्रेष्ठ भारत न्यूज लेटर का विमोचन किया जिसमें सेल की गतिविधियों की जानकारी दी गई है।
आगे विश्वविद्यालय की छात्र तथा छात्राओं ने मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। सरस्वती वंदना के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरूआत हुई और आगे गीत एवं नृत्य आदि ने सबका दिल जीत लिया।
इससे पहले गुरुवार सुबह सरस्वती पूजा के पावन अवसर पर विवि परिसर में माँ सरस्वती की पूजा की गई और इसमें समस्त विवि परिवार श्रद्धा से शामिल हुआ। शाम में पूजा स्थल के सामने एक भारत श्रेष्ठ भारत के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।