प्रियांशु कुमार समस्तीपुर बिहार
पूसा। किसान मेला में नाबार्ड प्रायोजित अनमोल उपहार सेवा फाउंडेशन के सहयोग से मिथिला ग्राम नाबार्ड रुरल मार्ट के स्टॉल पर मिथिला पेंटिंग लोगों को आकर्षित कर रहा है। मिथिला पेंटिंग कलाकार अन्नु कुमारी एवं रजनी कुमारी ने लोगों को मिथिला पेंटिंग युक्त साड़ी, सूट, दुपट्टा, फाईल, पर्स, रुमाल, बेडशीट, टकिया काॅभर एवं पेंटिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दे रही है। इसके अलावे एफपीओ तथा एसएचजी सदस्यों द्वारा निर्मित शुद्ध सरसो तेल, हल्दी, हनी, सत्तु, उड़द बड़ी, अचार, मिलेट लड्डू आदि की भी विक्री हो रही है। मौके पर औसेफा के निदेशक देव कुमार, एमडी अनिल कुमार, लक्ष्मण सिंह आदि थे।भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में लगने वाले चर्चित पूसा किसान मेले का किसान साल भर इंतज़ार करते हैं, जहाँ पर उन्हें नए उन्नत बीज और नई तकनीक की जानकारी एक ही जगह पर मिल जाती है। इस बार फरवरी महीने के आखिर में मेले का आयोजन किया जा रहा है।”इसके साथ ही आपको पूसा संस्थान द्वारा विकसित विभिन्न फसलों के बढ़िया बीज भी यहाँ मिल जाएँगे। ” उन्होंने आगे कहा।पूसा कृषि विज्ञान मेला में किसानों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, के साथ ही राज्य कृषि विश्वविद्यालयों, आईसीएआर के संस्थानों सहित 300 से अधिक स्टॉल लगाए जाते हैं।पूसा कृषि मेले की शुरुआत 1972 में हुई थी, मेले के माध्यम से किसानों को न केवल कृषि की नई तकनीक की जानकारी होती है, साथ ही तीन दिन के कृषि मेले में आधुनिक कृषि गोष्ठियों में किसान वैज्ञानिकों से सीधे संवाद भी कर सकते हैं।इस बार मेले का विषय है ‘कृषि।उद्यमिता से समृद्ध किसान कहते हैं, “इस बार किसानों को कृषि उद्यमिता पर जानकारी दी जाएगी; हमारा प्रयास रहेगा हम किस प्रकार से विकसित भारत, संकल्प की जो परिकल्पना प्रधानमंत्री ने की है उसे पूरा करने से जुड़ी योजनाओं की जानकारी किसान भाइयों तक पहुँचायें।’
यहाँ खरीद सकते हैं बासमती धान के बीज पूसा मेले में किसान बासमती धान की उन्नत किस्मों के बीज खरीद सकते हैं। यहाँ पर पूसा बासमती 1, पूसा बासमती 1121, पूसा बासमती 1509, पूसा बासमती 1918, पूसा बासमती 1847, पूसा बासमती 1885, पूसा बासमती 1886, पूसा बासमती 1728, पूसा बासमती 1692, पूसा बासमती 1409 जैसी प्रजातियों के बीज खरीद सकते हैं।किसान पूसा संस्थान की पर भी बीज की बुकिंग कर सकते हैं; वहाँ पर ऑनलाइन पेमेंट करने पर उसकी रसीद या नंबर मिल जाएगा, इससे आपको मेले में लाइन लगाने की जरूरत नहीं होगी।सम्मानित किए जाएँगे किसान हर साल की तरह इस बार भी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (पूसा संस्थान) देश के चुनिंदा प्रगतिशील किसानों को सम्मानित करेगा।व्यावहारिक कृषि प्रौद्योगिकियों और तकनीक को विकसित और प्रसारित करने वाले किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए पूसा संस्थान हर साल पूसा कृषि विज्ञान मेले में लगभग 25-30 उन्नतशील किसानों को आईएआरआई नवोन्मेषी किसान और आईएआरआई-अध्येता किसान पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इस बार तीन दिवसीय किसान मेला में किसानों को सम्मानित किया गया है।