करगहर /रोहतास
गुरुवार को प्रखण्ड कार्यालय परिसर में अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के तत्वाधान में राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत धरना प्रदर्शन किया गया । जिसकी अध्यक्षता भाकपा माले लिबरेशन के एरिया सचिव चंद्र धन सिंह ने किया ।
उपस्थित गरीब मजदूरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार श्रम कानूनों में परिवर्तन कर संविधान के मौलिक अधिकारों से वंचित करना चाहती है । मजदूरों को कारपोरेट घराने का गुलाम बनाने की साजिश रची जा रही है । जिसे भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा सफल नहीं होने देगी । इसके लिए जन आंदोलन की शुरुआत हो चुकी है । उन्होंने कहा कि भूमिहीन मजदूरों द्वारा वर्षों से सरकारी भूमि पर झुग्गी झोपड़ी और आशियाना बना कर गुजर-बसर कर रहे है । उनकी झोपड़ियों को स्थानीय सरकार द्वारा जल जीवन हरियाली योजना के तहत बुलडोजर चलाया जा रहा है । सरकार द्वारा भूमिहीन और गरीब मजदूरों को वैकल्पिक व्यवस्था दी जाए इसके बाद ही उनकी झोपड़ियों को पर बुलडोजर चलाया जाए । अगर उन्हें व्यवस्था नहीं दी जाती इसके विरुद्ध आंदोलनात्मक कार्रवाई की जाएगी ।
इस अवसर पर भारतीय खेत मजदूर सभा के सचिव परमानंद ताकि ने कहा कि बिहार सरकार के अधिकारी बेलगाम हो चुके हैं । योजनाओं में बिना कमीशन लिए कार्य प्रारंभ नहीं किया जाता वहीं दूसरी ओर जिला के अधिकारियों द्वारा प्रखंड है के अधिकारियों को लूटने की छूट दे दी गई है । करगहर में सीओ ,सीईओ, सीडीपीओ , बीपीआरओ, राजस्व पदाधिकारी, कृषि पदाधिकारी , श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, और बीसी प्रभार में हैं । आम लोग प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाकर थक चुके हैं लेकिन इन अधिकारियों से मुलाकात नहीं होती । विगत 5 वर्षों से सभी विभागों का कार्य बाधित है । उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि इन पदों पर स्थाई अधिकारियों की नियुक्ति की जाए । पार्टी के नेताओं ने 10 सूत्री मांगों का एक ज्ञापन बीडीओ कार्यालय के बड़ा बाबू को सौंपा ।
मौके पर मनोज कुमार गुप्ता, सुनील पासवान, भगन राम, संजय कुमार, रामनिवास, अजय ठाकुर आदि शामिल थे।
previous post